अजमेर शहर के उपभोक्ताओं के लिए खास है टाटा पावर का स्काडा।
अब बिजली बंद होने पर शिकायत दर्ज करवाने का झंझट भी खत्म।
ऐसे सिस्टम की लागत बीस करोड़ रुपए है।
अजमेर में अब नहीं होगी बिजली कटौती।
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अजमेर शहर के एक लाख 42 हजार बिजली उपभोक्ताओं के लिए स्काडा यानि निगरानी व नियंत्रण केन्द्र खास मायने रखता है। चीन की तकनीक से बने इस केन्द्र पर कोई 20 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। विद्युत वितरण निगम द्वारा तैयार कए गए इस अत्याधुनिक केन्द्र का उपयोग अजमेर शहर में बिजली सप्लाई करने वाली टाटा पावर कंपनी कर रही है। स्काडा के नाम से चर्चित यह केन्द्र निगम के नाका मदार स्थित परिसर में संचालित है। कंपनी के कार्पोरेड हैड आलोक श्रीवास्तव ने बताया के केन्द्र पर 15 गुणा 15 की इलेक्ट्राॅनिक स्क्रीन लगी हुई है। इस स्क्रीन से शहर भर की बिजली सप्लाई का चित्रण चैबीस घंटे होता रहता है। यदि किसी जीएसएस से जुड़े क्षेत्र में बिजली बंद हो जाए तो स्क्रीन पर बिजली अवरोध के संकेत आ जाएंगे। केन्द्र पर बैठे तकनीकी कर्मचारी जानकारी संबंधित इंजीनियर को इत्तला कर बिजली को पुनः चालू करवाएंगे। सप्लाई शुरू होते ही स्क्रीन पर संकेत मिल जाएंगे। ऐसे में उपभोक्ताओं को अब बिजली बंद होने पर शिकायत भी दर्ज करवाने की जरुरत नहीं। जिस भी क्षेत्र में बिजली बंद होती है, वहां की जानकारी कंपनी को रहती है। इतना ही नहीं यदि रख रखाव के लिए किसी क्षेत्र में बिजली सप्लाई बंद करनी है तो इसी केन्द्र से बंद की जा सकती है। पूरा केन्द्र कम्प्यूटराइज्ड है। इसके लिए फाइबर केबल का भी उपयोग किया गया है। वैसे उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए टोल फ्री नम्बर चालू है, जिस पर शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है।
आवश्यकता से अधिक ट्रांसफार्मर:
श्रीवास्तव ने बताया कि टाटा पावर ने आवश्यकता से अधिक क्षमता वाले ट्रांसफार्मर लगाए हैं। इसलिए अब बार-बार ट्रिपिंग अथवा वोल्टेज फ्लक्च्युऐशन की समस्या नहीं रहेगी। जिस किसी क्षेत्र लोड में वृद्धि होती है तो तत्काल प्रभाव से ट्रांसफार्मर की क्षमता को बढ़ा दिया जाता है। शहरभर में 2600 ट्रांसफार्मर लगे हैं, जिनके माध्यम से 300 मेगावाट की सप्लाई बिना किसी बाधा के की जा सकती है, जबकि शहर में अधिकतम 125 मेगावाट बिजली की आवश्यकता रही है। अब किसी भी उपभोक्ता को ट्रिपिंग और फ्लक्च्युऐशन की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। ख्वाजा साहब के उर्स में इन दिनों सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में बिना किसी बाधा के बिजली सप्लाई हो रही है। इसकी प्रशंसा मुस्लिम प्रतिनिधियों ने भी की है।
अब नहीं होगी कटौती:
श्रीवास्तव ने बताया कि अब अजमेर शहर में कभी भी बिजली कटौती नहीं होगी। अनुबंध के मुताबिक टाटा पावर कंपनी को विद्युत वितरण निगम ही बिजली की सप्लाई करेगा, लेकिन जब कभी निगम मांग के अनुरूप बिजली नहीं देगा तो कंपनी निजी क्षेत्र से बिजली की खरीद कर सकती है। टाटा पावर के तो स्वयं के पावर प्लांट है। ऐसे में अजमेर के उपभोक्ताओं को कभी बिजली की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। जिन लोगों के घरों और वाणिज्यिक संस्थानों पर इन्वर्टर और जनरेटर लगे हुए हैं उन्होंने स्वयं महसूस किया है कि पिछले डेढ़ वर्ष से इनका उपयोग नहीं के बराबर हुआ है। आने वाले गर्मी के दिनों की पूरी तैयारी है। भीषण गर्मी में भी मांग के अनुरूप बिजली की सप्लाई की जाएगी।