मैं डेयरी का मुनाफा दूधियों में बांटता हंू और तीन हजार करोड़ के कारोबारी रिजू  झुंझुनूवाला  अपनी जेब में डालते हैं।

मैं डेयरी का मुनाफा दूधियों में बांटता हंू और तीन हजार करोड़ के कारोबारी रिजू  झुंझुनूवाला  अपनी जेब में डालते हैं।
अजमेर डेयरी अध्यक्ष रामचन्द्र च ौधरी ने दी बाहरी प्रत्याशी को चुनौती।
कांगेस में ऐसा नहीं चलेगा। रलावता की राजगढ़ धाम पर प्रसादी।
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राजस्थान की पूर्व मंत्री बीना काक के दामाद और तीन हजार करोड़ रुपए के कपड़ा कारोबारी रिजू झुंझुनूवाला के अजमेर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार को लेकर अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचन्द्र ने कड़ी आपत्ति जताई है। च ौधरी ने कहा कि कांग्रेस के जो बड़े नेता उद्योगपति रिजू की पैरवी कर रहे हैं उन्हें यह समझना चाहिए कि अजमेर कोई चरागाह नहीं है, जहां कोई भी बाहर का आकर चारा खा जाए। यदि रिजू तीन हजार करोड़ रुपए के कारोबारी हैं तो मैं भी एक हजार करोड़ रुपए का व्यवसाय करने वाली अजमेर डेयरी का अध्यक्ष हूं। मुझ में और रिजू में फर्क इतना ही है कि रिजू अपने कारोबार का मुनाफा अपनी जेब में डालते हैं और मैं डेयरी के दूध उत्पादकों को बांट देता हंू। मैं पिछले 25 वर्षों से डेयरी का अध्यक्ष हंूं और हमेशा पशुपालकों के हितों की बात करता हंू, जबकि रिजू झुंझुनूवाला परिवार पर भीलवाड़ा और अन्य जगहों पर श्रमिकों के शोषण के आरोप लगते रहे हैं। झुंझुनूवाला परिवार की कपड़ा फैक्ट्रियों के श्रमिकों ने आंदोलन भी किए हैं। यदि ऐसे कारोबारी को कांग्रेस का उम्मीदवार बनाया जाता है तो फिर लोकसभा चुनाव में पार्टी की स्थिति का अंदाजा लगा, लेना चाहिए। पैसे के दम पर टिकिट तो लिया जा सकता है, लेकिन चुनाव नहीं जीता जा सकता। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव में बार बार कहा है कि कार्यकर्ताओं का सम्मान होगा, ऐसे में अब यदि प्रदेश के कुछ नेता झुंझुनूवाला को उम्मीदवार बनवाते हैं तो यह कार्यकर्ताओं के साथ गलत होगा। च ौधरी ने अजमेर के उन   कांग्रेसियों को भी सावचेत किया जो तीन हजार करोड रुपए के कारोबारी के हिमायती बन रहे हैं। च ौधरी ने कहा कि वे लोकतांत्रिक प्रक्रिया से गुजर कर डेयरी के अध्यक्ष बनते हैं। एक हजार से भी अधिक दूध उत्पादक सहकारी समितियों से हजारो पशुपालक जुड़े हुए हैं। चूंकि अजमेर डेयरी में ईमानदारी से कार्य होता है, इसलिए संसाधनों में अजमेर डेयरी देश में प्रथम है। दूध संग्रहण केन्द्रों पर दूध की गुणवत्ता जांचने की अत्याधुनिक मशीने लगी हुई है तथा कोल्ड स्टोरेज की भी सुविधा है। दूध उत्पादकों को अपने दूध के फैट के बारे में मशीन से तुरंत पता चल जाता है। मशीन से निकली पर्ची ही पशुपालक को दी जाती है। कम्प्यूटराइज्ड सिस्टम होने की वजह से डेयरी के काम काज में पारदर्शिता है। इसलिए जिलेभर के दूध उत्पादक हर पांच वर्ष में उन्हें ही डेयरी का अध्यक्ष बनाते है। च ौधरी ने कहा कि कांग्रेस हाईकमान को अजमेर के किसी कांग्रेस को ही उम्मीदवार बनाना चाहिए। यदि वैश्य उम्मीदवार बनाना है तो पूर्व विधायक डाॅ. श्रीगोपाल बाहेती सबसे उपयुक्त हैं। डाॅ बाहेती पिछले चालीस वर्षों से कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ता हैं और उनकी छवि भी बेदाग हैं। यदि राजपूत को उम्मीदवार बनाना है तो महेन्द्र सिंह रलावता को बनाया जाए। भले ही रलावता हाल ही में अजमेर उत्तर क्षेत्र से विधानसभा का चुनाव हार गए हों, लेकिन उनकी लोकप्रियता से सब वाकिफ हैं। रलावता का अपने समाज में भी जनाधार है। अजमेर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस में जाट समुदाय का कोई विधायक नहीं है। जबकि संसदीय क्षेत्र में करीब तीन लाख जाट मतदाता हैं, ऐसे में उन्हें उम्मीदवार बनाया जाता है तो कांग्रेस की जीत तय है।
रलावता की प्रसादीः
17 मार्च को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और अजमेर उत्तर से कांगे्रस के प्रत्याशी रहे महेन्द सिंह रलावता की ओर से निकटवर्ती राजगढ़ स्थित मसाणिया भैरवधाम पर प्रसादी का आयोजन किया गया। रलावता भी लोकसभा चुनाव में अपनी दावेदारी जता रहे हैं। भैरवधाम के उपासक चम्पालाल महाराज ने रलावता को आशीर्वाद प्रदान किया। इस मौके पर कांग्रेस के अधिकांश नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
एस.पी.मित्तल) (17-03-19)
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