कांग्रेस सरकार के बिजली अफसर भामू सीकर से घोषित भाजपा उम्मीदवार सुमेधानंद सरस्वती का टिकिट छिनवाने की दौड़ में। दो पूर्व अफसर भी राजनीति की हलचल में।
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हालांकि भाजपा ने सीकर संसदीय क्षेत्र से मौजूदा सांसद सुमेधानंद सरस्वती को दोबारा से उम्मीदवार घोषित कर दिया है, लेकिन घोषणा के बाद से सुमेधानंद का विरोध भी हो रहा है। जिन दावेदारों को टिकिट नहीं मिला, वे एकजुट होकर सुमेधानंद का टिकिट छिनवाने में लगे हुए हैं। इसके लिए जयपुर से दिल्ली तक दौड़ लगाई जा रही है। इस दौड़ में कांग्रेस सरकार के ऊर्जा विभाग में विशेषाधिकारी के पद पर तैनात बीएम भामू भी शामिल हैं। भामू ने भी सीकर से भाजपा में दावेदारी जताई है। भामू बिजली विभाग की नौकरी छोड़ कर सांसद का चुनाव लड़ना चाहते हैं। असल में भाजपा के पिछले शासन में भामू को अजमेर विद्युत वितरण निगम का एमडी नियुक्त किया था। लेकिन कांग्रेस का शासन आते ही भामू को एमडी के महत्वपूर्ण पद से हटा दिया। ऐसा भामू की भाजपा में सक्रियता को देखते हुए भी किया गया। यही वजह है कि अब भामू खुलकर भाजपा की राजनीति कर रहे हैं। भामू को अभी भी उम्मीद है कि सुमेधानंद से टिकिट छीन कर उन्हें दे दिया जाएगा। यही वजह है कि भामू ने पूरी ताकत लगा रखी हैं। भामू की तरह ही अजमेर निगम में प्रबंध निदेशक रहे पीएस जाट भी सीकर से ही कांग्रेस का टिकिट चाहते हैं। यह बात अलग है कि भाजपा के शासन में जाट पांच वर्षों तक अजमेर में एमडी रहे। भाजपा के शासन में तीन बार जाट का कार्यकाल बढ़ाया गया। इसी प्रकार अजमेर में अधीक्षण अभियन्ता के पद पर रहे जेआर छावा भी राजसमंद और नागौर से भाजपा का टिकिट मांग रहे हैं। भाजपा ने अभी इन दोनों ही स्थानों से उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं।