13 निर्दलीय विधायकों का कांग्रेस को समर्थन मिलना सीएम अशोक गहलोत का मास्टर स्ट्रोक।
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राहुल गांधी ने हवाई जहाज में राजस्थान के कांगे्रस उम्मीदवारों के नामों को हरी झंडी दी।
26 मार्च को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के राजस्थान दौरे के मौके पर प्रदेश के एक दर्जन निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा की है। इसे लोकसभा चुनाव के मौके पर सीएम अशोक गहलोत का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। अभी 200 में से कांगे्रस के 100 विधायक हैं लेकिन 12 विधायकों का समर्थन और मिल जाने से गहलोत सरकार की स्थिति और मजबूत हो जाएगी; निर्दलीय विधायकों का समर्थन लेने में अकेले गहलोत के प्रयास रहे हैं। असल में सीएम का पद संभालतेहुए ही गहलोत ने निर्दलीय विधायकों से सम्पर्क कर लिया था। इन विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों में इन्हीं की सिफारिशों से अफसरों की तैनात की गई है। विधायकों की सिफारिश से ही विकास कार्य स्वीकृत हो रहे हैं। निर्दलीय विधायकों के समर्थन देने से कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में भी फायदा होगा। समर्थन की घोषणा करने से पहले गहलोत ने विधायकों को पूरा सम्मान देने का भरोसा दिया है। कुछ विधायकों को मंत्री तथा कुछ को संसदीय सचिव बना कर मंत्री का दर्जा दिया जाएगा। विधायक भी गहलोत पर पूरा भरोसा कर रहे हैं। कांगे्रस को समर्थन देने वाले विधायकों में सुरेश टांक, संयम लोढ़ा, सुखवीर सिंह, राजकुमार गौड, बलजीत यादव, रामकेश मीणा, महादेव सिंह खंडेला, आलोक बेनीवाल, लक्ष्मण सिंह, बाबूलाल नागर आदि शामिल हैं।
कांगे्रस उम्मीदवारों के नामों को हरी झंडीः
राहुल गांधी राजस्थान के 26 मार्च के दौरे के लिए सुबह दिल्ली से रवाना हुए। राहुल ने एयरपोर्ट पर सीएम गहलोत डिप्टी सीएम सचिन पायलट और चुनाव कैम्पेन कमेटी के अध्यक्ष रघु शर्मा, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे को पहले ही हवाई अड्डे पर बुला लिया। राहुल के साथ प्रदेश के चारों नेताओं ने सूरतगढ़ तक हवाई जहाज में यात्रा की। सूत्रों की माने तो कोई डेढ़ घंटे के हवाई सफर में राजस्थान की 25 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों पर विचार हुआ। हालांकि नामों पर कई दौर का मंथन हो चुका है। चूंकि अंतिम निर्णय राहुल गांधी को ही करना है, इसलिए हवाई जहाज में राहुल ने कांग्रेस उम्मीदवारों के नामों को हरी झंडी दे दी। राहुल ने गहलोत और पायलट को दो टूक शब्दों में कहा कि यह सामूहिक जिम्मेदारी है। सूत्रों के अनुसार गहलोत की राय को प्राथमिकता दी गई है। अब किसी भी समय उम्मीदवारों के नामों की घोषणा हो सकती है। हवाई यात्रा में लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर भी विचार विमर्श हुआ।