तो अशोक गहलोत डराने वाले तत्वों पर कार्यवाही क्यों नहीं करते?
by
Sp mittal
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April 2, 2019
तो अशोक गहलोत डराने वाले तत्वों पर कार्यवाही क्यों नहीं करते?
बार बार कह रहे हैं देश प्रदेश में भय और डर का माहौल।
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राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत इन दिनों चुनावी सभाओं और प्रेस काॅन्फ्रेंसों में बार-बार कह रहे हैं कि देश और प्रदेश में भय और डर का माहौल है। यानि ऐसे तत्व सक्रिय हैं जो लोगों को डरा रहे हैं। सवाल उठता है कि गहलोत ऐसे तत्वों के विरुद्ध कार्यवाही क्यों नहीं करते? गहलोत के पास राजस्थान का गृह विभाग भी है। यदि गहलोत को प्रदेश में भय और डर का माहौल नजर आ रहा है तो उन्हें अपने विभाग के अधिकारियों को निर्देश देकर उन तत्वों को गिरफ्तार करवाना चाहिए जो लोगों को डरा रहे हैं। राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है और गहलोत उस सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। यदि सरकार का नेतृत्व करने वाला व्यक्ति ही डर और भय की बात कहेगा तो फिर प्रदेश की जनता का क्या होगा। यह माना कि गहलोत इन दिनों राजनीतिक नजरिए से बातें कह रहे हैं। लेकिन उन्हें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि वे कांगे्रस के नेता के साथ-साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री भी हैं। यदि एक मुख्यमंत्री कोई बात कहता है तो उसका व्यापक असर होता है। देखा जाए तो गहलोत स्वयं प्रदेश की जनता को डरा रहे हैं। गहलोत का हर चुनावी सभा में कहना है कि यदि इस बार लोकसभा के चुनाव में नरेन्द्र मोदी और भाजपा की जीत हो गई तो फिर देश में कभी भी चुनाव नहीं होंगे। सवाल उठता है कि गहलोत यह बात किस आधार पर कह रहे हैं? सब जानते हैं कि संविधान को कुचलने का कार्य तो आपातकाल में कांग्रेस ने किया था। हमारे देश में लोकतंत्र मजबूती के साथ खड़ा है और प्रत्येक व्यक्ति को विचारों की अभिव्यक्ति का अधिकार है। यही वजह है कि देश को तोड़ने की बात करने वाले नेता भी सत्ता का मजा ले रहे हैं।