तो अब अजमेर में नरेन्द्र मोदी और राहुल गांधी के चेहरे के बीच सीधा मुकाबला।
जाति, सम्रदाय, लोकल प्राब्लम आदि के मुद्दे गौण।
जीएसटी व्यापार के लिए फायदेमंद-अग्रवाल।
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अजमेर संसदीय क्षेत्र में 29 अप्रैल को प्रात: सात बजे से मतदान शुरू हो जाएगा। यानि 27 अप्रैल को शाम के गुजर जाने के बाद मुश्किल से 32 घंटे बचे हैं। संसदीय क्षेत्र में पहले से ही मोदी लहर चल रही थी, लेकिन कांग्रेस ने अपने सबसे बड़े तुरूप के इक्के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की सभा 25 अप्रैल को बांदनवाड़ा में करवा कर मुकाबला मोदी और राहुल के चेहरे के बीच करवा दिया। हालांकि भाजपा ने भागीरथ चौधरी और कांग्रेस ने रिजु झुनझुुनवाला को उम्मीदवार बनाया है और बीच में स्थानीय व बाहरी प्रत्याशी का मुद्दा भी गर्माया, लेकिन ऐन मौके पर राहुल गांधी की चुनावी सभा हो जाने से अब मुकाबला मोदी और राहुल के चेहरे के बीच हो गया है। एक ओर बार बार बांह ऊंची कर राफेल पर मोदी को चोर कहने वाला राहुल का चेहरा है तो दूसरी ओर चौबीस घंटे में मात्र चार घंटे सोने वाले परिश्रमी प्रधानमंत्री मोदी का चेहरा। एक ओर गरीबों को 72 हजार रुपए सालाना देने का वायदा है तो दूसरी ओर गरीब परिवार को पांच लाख रुपए का चिकित्सा बीमा देने वाला मोदी का चेहरा। मोदी लहर का मुकाबला करने के लिए कांग्रेस प्रत्याशी रिजु पूरा जोर लगा रहे हैं। प्रचार के संसाधन में रिजु आगे हैं। रिजु ने अपने बड़े फोटो वाले फ्लैक्स ही जगह जगह लगाए हैं। इन फ्लैक्स पर राहुल गांधी का फोटो रिजु से दस गुना छोटा है। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के चेहरे को आगे रख रहे हैं, लेकिन प्रचार में रिजु स्वयं का चेहरा प्रस्तुत कर रहे हैं।
20 गुण 20 के बड़े-बड़े फ्लैक्सों पर रिजु के स्वयं के ही संकल्प है, जबकि कांग्रेस के नेताओं का प्रचार राहुल गांधी के इर्द-गिर्द घूम रहा है। कांग्रेसियों को उम्मीद है कि न्याय योजना के अंतर्गत गरीबों को मुफ्त में जो 72 हजार रुपए सालाना देने की घोषणा की गई है, उससे वोट मिल जाएंगे। भाजपा के प्रत्याशी तो पहले दिन से ही मोदी लहर के भरोसे हैं। भागीरथ का कहना है कि मुझे दिया गया वोट ही नरेन्द्र मोदी को दोबारा से प्रधानमंत्री बनवाएगा। असल में भागीरथ को इस बात का आभास है कि इस बार लोकसभा का चुनाव सिर्फ मोदी फैक्टर ही काम करेगा। चाहे पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक हो या फिर दुनिया में भारत की धाक। सभी में मतदाताओं के सामने मोदी का ही चेहरा है। यही वजह है कि भागीरथ की प्रचार सामग्री में मोदी का फोटो ही बड़ा है। चुनाव में भाजपा की ओर से कोई बड़ा नेता भी नहीं आया है। नामांकन के समय पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की सभा हुई थी। प्रचार के अंतिम दिन 27 अप्रैल को फिल्म अभिनेता सनी देओल ने रोड शो किया। इसके अतिरिक्त किसी राष्ट्रीय स्तर के नेता का प्रोग्राम नहीं हुआ। बड़े नेताओं को भी अजमेर में चल रही मोदी लहर का अंदाजा है। कांगे्रस माने या नहीं, लेकिन अजमेर संसदीय क्षेत्र में मोदी और राहुल गांधी के चेहरे को सामने रखकर ही वोट डाले जाएंगे।
जीएसटी व्यापार के लिए फायदेमंद-अग्रवाल:
अजमेर के सुप्रसिद्ध ट्रांसपोर्ट कारोबारी बाबूलाल अग्रवाल ने कहा कि कुछ लोग जीएसटी को बेवजह भ्रम फैला रहे हैं। जबकि जीएसटी से व्यापार साफ सुथरा हुआ है। सरकारी अफसरों की दखलांदजी खत्म हो गई है। ऑन लाइन प्रक्रिया होने दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ते है। जो व्यापारी जीएसटी जमा करवाता है उसे इनपुट भी मिल जाता है। रिफंड राशि के लिए पहले की तरह रिश्वत भी नहीं देनी पड़ती। बल्कि जमा राशि का देय राशि में समायोजन हो जाता है। सबसे खास बात तो यह है कि यह सब कार्य व्यापारी का अकाउंटेंट स्वयं ही कम्प्यूटर पर कर देता है। यदि ईमानदारी के साथ माल इधर-उधर जा रहा है तो रास्ते में कोई तंग भी नहीं करता है। जीएसटी की वजह से जहां सराकार के राजस्व में वृद्धि हो रही है, वहीं व्यापारी को भी अब बेईमान नहीं समझा जाता है। अग्रवाल ने कहा कि उन व्यापारियों को परेशानी हो सकती है जो अभी भी बगैर टैक्स के माल को बेचना चाहते हैं। जीएसटी की वजह से अब व्यापारी को अपने स्टॉक का भी सही सही पता रहने लगा है। जीएसटी के लागू होने से अधिकांश व्यापारी और दुकानदार खुश है। चूंकि वे अपनी ट्रांसपोर्ट के कारोबार में जीएसटी के नियमों का पालन करते है, इसलिए मोबाइल नम्बर 9414006414 पर और अधिक जानकारी ली जा सकती है।