अजमेर के पीसांगन कस्बे के सरकारी डॉक्टर भी अस्पताल के बजाए मरीज को घर पर देखने में रुचि रखते हैं। कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष आबड़ का वीडियो वायरल।
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अजमेर जिले के पीसांगन कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 3 मई को उस समय हंगामा हो गया, जब कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने एक महिला मरीज को अस्पताल में नहीं देखने का आरोप डॉक्टरों पर लगाया। हालांकि डॉक्टरों ने ऐसे आरोपों से इंकार किया। केन्द्र के कार्यवाहक चिकित्सा प्रभारी डॉ. योगेश शर्मा का कहना रहा कि अस्पताल में आए मरीजों का इलाज होता ही है। वहीं कार्यकर्ताओं के साथ आए कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष सुरेश आबड़ ने कहा कि अस्पताल के चिकित्सक अपने घरों पर मरीज देखने में रुचि रखते हैं। यह बात पीसांगन के लोग जानते हैं। चिकित्सक सरकारी समय के बाद भले ही मरीजों को घर पर देखे, लेकिन जो मरीज अस्पताल में आया है उसका इलाज प्राथमिकता के साथ किया जाना चाहिए। कांग्रेस के कार्यकर्ता भी मरीजों को सेवा की भावना से अस्पताल में लाते हैं तो ऐसे मरीजों का भी प्राथमिकता के साथ इलाज होना चाहिए। आबड़ ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लेकर जो बात कही, उसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो के बाद कुछ लोग आम आदमी के इलाज का भी सवाल उठा रहे हैं। इस संबंध में आबड़ का कहना है कि राजनीति के कार्यकर्ता भी समाज के प्रतिनिधि होते हैं। चूंकि राज्य में कांग्रेस का शासन है, इसलिए आम लोग कांग्रेस के कार्यकर्ता से ज्यादा अपेक्षा रखते हैं। मैंने इसी नाते अपनी बात सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सकों के सामने कही थी। केन्द्र पर स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाए जाने की जरुरत है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि रिक्त पदों पर चिकित्साकर्मियों की जल्द नियुक्ति हो। वहीं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केके सोनी ने माना कि केन्द्र के प्रभारी रविन्द्र कौशिक बीमारी की वजह से अवकाश पर चल रहे हैं। डॉ. कौशिक ने स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति के लिए भी आवेदन कर दिया है। केन्द्र के अन्य चिकित्सक ललित डीडवानिया के खिलाफ जो शिकायत प्राप्त हुई थी, उसमें शिकायतकर्ता की तलाश की जा रही है। फिलहाल चार चिकित्सक पीसांगन में कार्यरत हैं।