पेयजल की किल्लत को लेकर अजमेर में कांग्रेस के कार्यकर्ता भी सड़कों पर। 

पेयजल की किल्लत को लेकर अजमेर में कांग्रेस के कार्यकर्ता भी सड़कों पर। जलदाय विभाग के इंजीनियर लाचार। 
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पेयजल की किल्लत को लेकर अब सत्तारूढ़ कांग्रेस के कार्यकर्ता भी अजमेर की सड़कों पर उतार आए हैं। असल में प्यासे लोगों के दबाव के चलते ही कांग्रेस के नेताओं को प्रदर्शन में शामिल होना पड़ रहा है। शहर कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष पूर्व पार्षद प्रताप यादव के नेतृत्व में अजमेर के नागफणी, बाबूगढ़ आदि क्षेत्रों के लोगों ने गंज स्थित जलदाय विभाग के दफ्तार पर प्रदर्शन किया। यादव का कहना रहा कि शहर में पहले ही तीन और चार दिन में एक बार पेयजल की सप्लाई मात्र 45 मिनट के लिए हो रही है। लेकिन यह सप्लाई भी कम प्रेशर से है, इसलिए लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर में पेयजल का और कोई स्त्रोत नहीं है इसलिए लोगों को सरकारी सप्लाई पर ही निर्भर रहना पड़ रहा है। वहीं जलदाय विभाग के इंजीनियर सप्लाई बढ़ाने को लेकर लाचार है। असल में अजमेर में पेयजल का एक मात्र स्त्रोत बीसलपुर बांध है। गत वर्ष वर्षा कम होने की वजह से बांध में पानी नहीं आया। पानी की कमी को देखते हुए जलदाय विभाग अब शहरी क्षेत्र में तीन दिन में और ग्रामीण क्षेत्र में सात दिन में एक बार पेयजल की सप्लाई कर रहा है। ताकि बांध में बचे पानी को आगामी अगस्त माह तक काम में लिया जा सके। इंजीनियरों का मानना है कि आने वाले दिनों में पेयजल की और किल्लत होगी, क्योंकि भीषण गर्मी में जहां पानी की मांग बढ़ेगी वहीं बांध में वाष्पीकरण की वहज से पानी का जलस्तर तेजी से घट जाएगा। सरकार ने अभी तक भी बीसलपुर बांध के पानी को लेकर कोई आपातकालीन प्लान नहीं बनाया है। उल्लेखनीय है कि इसी बांध  से जयपुर जिले में भी पेयजल की सप्लाई हो रही है। अजमेर से ज्यादा पानी जयपुर को दिया जा रहा है। अजमेर और जयपुर के नागरिकों के साथ सरकार लगातार भेदभाव कर रही है। बीसलपुर बांध से अधिक मात्र में पानी लेकर जयपुर में प्रतिदिन सप्लाई की जा रही है, जबकि अजमेर में तीन से सात दिन में एक बार सप्लाई हो रही है।
एस.पी.मित्तल) (11-05-19)
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