मेरे पास रहने के लिए अपनी एक कोठरी भी नहीं है।
by
Sp mittal
·
May 12, 2019
मेरे पास रहने के लिए अपनी एक कोठरी भी नहीं है।
जाति पर सवाल उठाने वालों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जवाब।
================
12 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूपी के देवरिया में एक चुनावी सभा को संबोधित किया। बसपा प्रमुख मायावती की अरबो-खरबों की सम्पत्ति की ओर इशारा करते हुए मोदी ने कहा कि मैं 12 वर्ष तक गुजरात का सीएम रहा और अभी आप मुझे देश का प्रधान सेवक बनाते रहेंगे, लेकिन 20-25 वर्ष जब मेरा शरीर कमजोर पड़ जाएगा जब मुझे अपने आवास के लिए एक कोठारी की तलाश होगी। मालूम हो कि मायावती ने पिछले दिनों मोदी को फर्जी पिछड़ी जाति का बताया था। मायावती का कहना रहा कि मोदी का पिछड़ी जाति से कोई संबंध नहीं है। इसके जवाब में मोदी ने कहा कि मैं जिस पृष्ठभूमि से आया हूं उसमें सम्पत्ति का कोई महत्व नहीं है। मैं देश को आगे ले जाना चाहता हंू जो लोग गरीबों के नाम पर आगे बढ़े उन्होंने ही गरीबों को लूटा है। जनता चाहे तो मेरी और आरोप लगाने वालों की सम्पत्तियों की तुलना कर ले। मेरे लिए देश ही परिवार है और उनके लिए परिवार ही सब कुछ है। बसपा और सपा चाहते हैं कि केन्द्र में कमजोर सरकार बने ताकि ये लोग लूट का लाइसेंस ले सके। मायावती जब मुख्यमंत्री थी तब उन्होंने किस प्रकार सरकारी चीनी मिलों की बिक्री कर दी, इसे पूरा यूपी जानता है। अखिलेश जब मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने सरकारी मिलों की बिक्री की जांच की बात कही। लेकिन आज वही अखिलेश और मायावती ने हाथ मिला लिया है। यह इनकी राजनीति है। सपा-बसपा कभी भी आतंकवाद से नहीं लड़ सकते। कांग्रेस तो पहले ही कह चुकी है कि वह वोट कटवा पार्टी है। 12 मई को जिस अंदाज में पीएम मोदी ने अपनी बात को रखा उससे प्रतीत होता है कि वे यूपी के लोगों के सामने अखिलेश मायावती की सम्पत्तियों और स्वयं की सम्पत्ति की तुलना करवा चाहते हैं। यानि जो नरेन्द्र मोदी मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री रहे उनके पास रहने के लिए अपनी एक कोठारी भी नहीं है। जबकि पिछड़े वर्गों के नाम पर राजनीति करने वाली मायावती के पास महल जैसे आवास हैं। यहां यह उल्लेखनीय है कि गत वर्ष जब मायावती को पूर्व मुख्यमंत्री वाली बंगला खाली करना पड़ा था तब उन्होंने लखनऊ में महलनुमा आवास में प्रवेश किया। मायावती की ओर से कहा गया कि यह मेरा आवास नहीं बल्कि पार्टी का संग्रहालय है, जिसमें पार्टी के संघर्ष की कहानी दर्शाई गई है।