शिक्षा मंत्री डोटासरा के रुख से परिवहन मंत्री खाचरियावास भी सहमत नहीं।
by
Sp mittal
·
May 17, 2019
शिक्षा मंत्री डोटासरा के रुख से परिवहन मंत्री खाचरियावास भी सहमत नहीं।
स्कूली शिक्षा के पाठयक्रम में बदलाव का विवाद।
==========
राजस्थान के स्कूली शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने पाठय पुस्तकों में बदलाव खास कर राजपूताना की परंपराओं को लेकर जो बयान दिए हैं। उससे परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास भी सहमत नहीं है। खाचरियावास ने कहा कि मंत्री के बदलने से इतिहास नहीं बदलता है। असल में पिछली भाजपा सरकार ने स्कूली पाठ्यक्रम में राजस्थान के महाराणा प्रताप को महान बताते हुए कई पाठ तैयार करवाए। राजस्थानियों के लिए महाराणा प्रताप की वीरता किसी से छिपी नहीं है। खाचरियावास के ताजा बयान को राजनीतिक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। खाचरियावास अपनी बात स्पष्ट कहने के लिए प्रसिद्ध हैं। खाचरियावास की तरह कांग्रेस के पूर्व सांसद गोपाल सिंह ईडवा ने भी डोटासरा के खिलाफ मोर्चा खोला है। ईडवा ने कहा कि डोटासरा सती प्रथा और जौहर को एक समान बता रहे हंै, जबकि दोनों में बहुत अंतर है। दोनों की प्रथाएं राजपूताना के सम्मान से जुड़ी हुई है। ईडवा ने कहा कि डोटासरा के रुख को लेकर उन्होंने डिप्टी सीएम सचिन पायलट से भी शिकायत की है। पायलट को बताया है कि डोटासरा किस तरह राजपूताना के इतिहास को बदलना चाहते हैं। ईडवा ने कहा कि अब वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात करेंगे और पूरे प्रकरण की जानकारी देंगे।
देवनानी कर चुके हैं विरोध :
डोटासरा के रुख का पूर्व शिक्षा मंत्री और भाजपा के विधायक वासुदेव देवनानी भी विरोध कर चुके हैं। देवनानी ने आरोप लगाया है कि डोटासरा अपने राजनीतिक नजरिए से पाठयक्रम में बदलाव कर रहे हैं। भाजपा सरकार ने शिक्षा राज्यमंत्री रहते उन्होंने राजपूताना की परंपराओं और महाराणा प्रताप की वीरता का उल्लेख करवाया है। जो बाते हमारे प्रदेश की वीरता से जुडी हुई है उनके बारे में राजस्थान के युवाओं को पता चलना चाहिए। उल्लेखनीय है कि जयपुर राजघराने की सदस्य दीया कुमारी ने भी डोटासरा के रुख की आलोचना की है।