नेशनल हेराल्ड की 64 करोड़ रूपये की सम्पत्ति सीज।
नेशनल हेराल्ड की 64 करोड़ रूपये की सम्पत्ति सीज। लंदन की लैण्ड डील में राबर्ट वाड्रा को नोटिस। एमपी के सीएम कमलनाथ से जुड़े तुगलक रोड घोटाले की जांच सीबीआई को। कीर्ति पी. चिदम्बरम को कोर्ट से झटका। कांग्रेस पर चैतरफा हमला, राहुल गांधी अभी भी रूठे हुए हैं।
हेराल्ड की सम्पत्ति सीज:
नेशनल हेराल्ड से जुड़ी 64 करोड़ रूपये की सम्पत्ति को 29 मई को प्रवर्तन निदेशालय ने सीज कर दिया है। यह सम्पत्ति गुड़गांव में है। हेराल्ड का मालिकाना हक श्रीमती सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मोतीलाल वोहरा आदि के पास है यानि गांधी परिवार की सम्पत्तियां सीज होना शुरू हो गई है। गांधी परिवार ने नेशनल हेराल्ड अखबार की 2 हजार करोड़ रूपए की बिल्डिंग को गैरकानूनी तरीके से अपने नाम कर लिया था। कोर्ट ने हेराल्ड का आंवटन रद्द करते हुए सरकार को निर्देश दिए हैं कि बिल्डिंग का कब्जा ले लिया जाए। इस मामले में श्रीमती गांधी और राहुल गांधी जमानत पर है। बिल्डिंग को बचाने के लिए गांधी परिवार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।
वाड्रा को नोटिस:
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के जीजा राबर्ट वाड्रा को प्रवर्तन निदेशालय ने नोटिस देकर 30 मई को प्रातः 11 बजे तलब किया है। हथियार कारोबारी संजय भंडारी से जमीन खरीदने के बारे में ईडी को वाड्रा से पूछताछ करनी है। 23 मई को लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद वाड्रा 30 मई को पहली बार ईडी के समक्ष उपस्थित होंगे। राजस्थान और हरियाणाा में किसानों की भूमि कोड़ियों के भाव खरीदनेे के मामल में ईडी वाड्रा को गिरफ्तार करना चाहती है, लेकिन कोर्ट ने गिरफ्तारी पर रोक लगा रखी है। वाड्रा की अग्रिम जमानत को रद्द करवाने के लिए सरकार ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
तुगलक रोड घोटाला:
लोकसभा चुनाव के दौरान चर्चित हुआ दिल्ली का तुगलक रोड घोटाला 29 मई को मीडिया में छाया रहा। खबर है कि आयकर विभाग इस गंभीर मामले को सीबीआई को सौंप रहा है। दिल्ली के तुगलक रोड पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के सरकारी आवास है। चुनाव के दौरान आयकर विभाग ने कमलनाथ के बंगले के आसपास से करोड़ांे रूपए की राशि जब्त की थी। आयकर विभाग की रिपोर्ट के अनुसार यह राशि मध्यप्रदेश के विभिन्न सरकारी विभागों से उगाई गई थी। इन विभागों में ट्रांसपोर्ट, खनिज, ऊर्जा, पीडब्ल्यूडी, कृषि आदि के साथ-साथ महिला एवं बाल विकास भी शामिल है। प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भी तुगलक रोड घोटाले का जिक्र किया था। मोदी का कहना रहा कि जो पैसा गर्भवती महिलाओं और बच्चों के आहार के लिए खर्च होना था, उसे कमलनाथ की सरकार ने चुनाव पर खर्च किया है। आयकर विभाग ने जो सबूत जुटाएं है उनसे पता चलता है कि 90 लाख रूपए भोपाल से कांग्रेस के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह को, कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला को 25 लाख रूपए, दिग्विजय सिंह की जीत के लिए साधु-संतों को जुटाने और यज्ञ करवाने वाले कम्प्यूटर बाबा को 50 लाख रूपए दिए हैं। सीबीआई जांच करेगी तो संबंधित विभागों के अफसरों पर भी गाज गिरेगी। जांच के दायरे में कमलनाथ भी आ सकते है।
कीर्ति को भी झटका:
29 मई को पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी. चिदम्बरम के बेटे और कांग्रेस के नवनिर्वाचित सांसद कीर्ति चिदम्बरम को भी सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है। कीर्ति जब विदेश गए थे, तब कोई के निर्देंश के अनुरूप 10 करोड़ रूपए की राशि जमा करवाई थी। विदेश से लौटने पर कीर्ति ने 10 करोड़ रूपए लौटाने की मांग की। कोर्ट ने कहा कि यह राशि जमा रहेगी और यदि भविष्य में कीर्ति फिर से विदेश दौरे पर जाते हैं, तो उन्हें 30 करोड़ रूपए जमा कराने होंगे। उल्लेखनीय है कि यूपीए की सरकार में हुए कई घोटालों में कीर्ति आरोपी हैं।
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