पश्चिम बंगाल में अब सख्त कार्यवाही की जरूरत।
by
Sp mittal
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June 10, 2019
पश्चिम बंगाल में अब सख्त कार्यवाही की जरूरत।
नरम रुख अपनाया तो हालात नियंत्रण से बाहर हो जाएंगे।
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10 जून को दिल्ली में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमितशाह को 48 पृष्ठ की रिपोर्ट सौंपी है। इस रिपोर्ट में बंगाल में हो रही हिंसा की विस्तृत जानकारी दी गई है। बंगाल के हालात किसी से छिपे नहीं है। दो दिन पहले वसीघाट में जो लोग मारे गए उनके शव अभी भी अंतिम संस्कार के लिए तरस रहे हैं। जगह जगह हिंसक वारदातें होने से अराजकता का माहौल है। हाल ही में लोकसभा चुनाव में 18 सीटों पर भाजपा की जीत होने से बंगाल के गुंडातत्व कुछ ज्यादा ही हिंसक वारदातें कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय पहले ही कह चुके हैं कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का गुंडातत्वों को संरक्षण है। लगातार हो रही हिंसा की वजह से बंगाल का आम नागरिक भी परेशान है। हालांकि संविधान की धारा 356 के अंतर्गत बंगाल सरकार को बर्खास्त करने की बात अभी सामने नहीं आई है, लेकिन जानकारों की माने तो हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं। केन्द्र सरकार को सख्त कार्यवाही करने की जरूरत है। बंगाल में किस तरह हिंसा हो रही है इसका आभास केन्द्रीय गृहमंत्री अमितशाह को भी है। लोकसभा चुनाव के दौरान रोड शो में स्वयं अमितशाह को हिंसा का सामना करना पड़ा था। असल में बंगाल की सीएम ममता बनर्जी लोकसभा चुनाव की हार को बर्दाश्त नहीं कर पा रही है। बंगाल में ऐसे तत्व हावी है जो लोकतांत्रिक व्यवस्था में भरोसा नहीं करते हैं। केन्द्र सरकार को चाहिए बंगाल में जल्द से जल्द सख्त कार्यवाही की जाए।