दुधियों से 46 रुपए में खरीद कर उपभोक्ताओं को 40 रुपए प्रति लीटर में दूध मिलेगा।
इसलिए तो 25 वर्षों से अजमेर डेयरी के अध्यक्ष हैं रामचन्द्र चौधरी ।
अब बनवा रहे हैं 275 करोड़ रुपए का नया डेयरी प्लांट।
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अजमेर जिले के दूध उत्पादकों को 26 जून से औसतन 46 रुपए प्रति लीटर का खरीद मूल्य मिलेगा। अजमेर डेयरी की निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार दूधियों को प्रतिफैट 7 रुपए का प्रावधान किया जाएगा। यानि 46 रुपए प्रति लीटर में खरीद कर उपभोक्ताओं को 40 रुपए प्रति लीटर में बेचा जाएगा। अजमेर डेयरी ने जहां दूध का खरीद मूल्य बढ़ाया है, वहीं विक्रय मूल्य में कोई वृद्धि नहीं की है। संभवत: पूरे देश में अजमेर डेयरी एक मात्र होगी, जो खरीद मूल्य 46 रुपए तक दे रही है। इसके पीछे डेयरी के अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी का गणित है। किसान पृष्ठ भूमि के चौधरी गत 25 वर्षों से अजमेर डेयरी के अध्यक्ष है। इसके पीछे पशुपालकों और दुग्ध उत्पादकों को सर्वोच्च प्राथमिकता देना है। चौधरी का कहना है कि भीषण गर्मी और वर्षा में विलम्ब होने से पशुपालकों को पशुओं को पालने में भारी परेशानी हो रही है। एक ओर बाजार में पशुओं की खाद्य सामग्री महंगी हो गई हो तो दूसरी ओर गर्मी की वजह से पशु भी दूध कम दे रहे हैं। ऐसे माहौल में ही पशुपालकों को मदद की गई है। खरीद मूल्य अधिक देने से डेयरी को प्रतिदिन 7 लाख रुपए का अतिरिक्त भुगताना करना होगा। इसकी भरपाई छीजत को कम करने और अन्य तरीकों से की जाएगी। डेयरी गोल्ड दूध 50 रुपए प्रति लीटर का बेचती है तथा 40 रुपए लीटर वाले दूध में से फैट की मात्रा कम की जाती है। चौधरी ने बताया कि निजी डेयरियां तो तत्काल विक्रय मूल्य बढ़ा देती है और पशु पालकों को भी खरीद मूल्य अधिक कर दिया जाता है। ऐसे में पशुपालकों को निजी डेयरियों की ओर आकर्षित होते हैं। प्रतिस्पर्धा के इस दौर में निजी डेयरियों को मात देने के लिए अजमेर डेयरी ने भी खरीद मूल्य बढ़ाया है। चौधरी ने कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में चलने वाली अजमेर डेयरी को राज्य सरकार के नियमों के तहत चलना होता है, लेकिन फिर भी अजमेर जिले के दूध उत्पादकों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है।
अनुदान दिलवाने में भी भूमिका:
मौजूदा कांगे्रस सरकार से दूध उत्पादकों को 2 रुपए प्रति लीटर अनुदान दिलवाने में भी अजमेर डेयरी के अध्यक्ष चौधरी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। पशुपालकों की समस्याओं को प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर उठाने में चौधरी कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। पशुपालन क्षेत्र को कृषि का दर्जा दिलवाने के लिए भी चौधरी निरंतर प्रयास करते रहते हैं। केन्द्र सरकार से लोन लेकर अजमेर डेयरी का नया प्लांट तैयार करवाया जा रहा है। इस पर करीब 275 करोड़ रुपए खर्च होंगे। चौधरी के प्रयासों से ही अजमेर जिले के सभी दूध संग्रहण केन्द्र आधुनिक तकरीक से लैस हैं। अब कम्प्यूटराइज्ड मशीन पर दूध की गुणवत्ता जांची जाती है और जांच की पर्ची कम्प्यूटर से ही निकलती है। इससे दूध उत्पादकों का भरोसा बना रहता है। केन्द्रों पर ही कोल्ड स्टोरेज हैं। इससे डेयरी प्लांट आने तक दूध सुरक्षित रहता है। इन उपलब्धियों के लिए मोबाइल नम्बर 9414004111 पर चौधरी को बधाई दी जा सकती है।