क्रांतिकारी रुद्रदत्त मिश्रा की जयंती मनाई गई।
अजमेर में सर्किल का भी हुआ जीर्णोद्धार।
मेयर गहलोत ने डॉ. स्नेहलता मिश्रा का आभार जताया।
=========
31 जुलाई को अजमेर के मेडिकल कॉलेज स्थित सर्किल पर क्रांतिकारी रुद्रदत्त मिश्रा की जयंती श्रद्धा के साथ मनाई गई। इस अवसर पर स्वर्गीय मिश्रा की पुत्री और प्रदेश की लोकप्रिय स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. स्नेहलता मिश्रा, मेयर धर्मेन्द्र गहलोत, एडवाकेट एसके सक्सेना, नगर निगम के उपायुक्त गजेन्द्र सिंह रलावता, पार्षद अनीश मोयल, धर्मेन्द्र शर्मा आदि गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। इस अवसर पर मेयर धर्मेन्द्र गहलोत ने रुद्रदत्त मिश्रा के सर्किल के जीर्णोद्धार में डॉ. स्नेहलता मिश्रा के सहयोग पर आभार जताया। गहलोत ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के सामने सर्किल की चौड़ाई ज्यादा थी, जिससे यातायात में भी परेशानी हो रही थी, चूंकि सर्किल क्रांतिकारी रुद्रदत्त मिश्रा के नाम है, इसलिए सर्किल की चौड़ाई को कम करने के लिए उनकी पुत्री डॉ. मिश्रा से भी सहमति ली गई। उन्हें खुशी है कि शहर हित में डॉ. मिश्रा ने सहमति दी। मेयर ने बताया कि सर्किल को छोटा करने से अब यातायात सुगम होगा। सर्किल के जीर्णेद्धार पर कोई दस लाख रुपए की राशि खर्च की गई। सर्किल पर जो फाउंटेशन लगाया गया है वह पूर्व में गांधी भवन पर लगा हुआ था। रात के समय फाउंटेशन रंगीन दिखेगा जो शहरवासियों के लिए आकर्षण का केन्द्र हेगा। इस अवसर पर डॉ. मिश्रा ने भी मेयर और नगर निगम प्रशासन का आभार प्रकट किया। मोबाइल नम्बर 9261237999 पर डॉ. मिश्रा को शुभकामनाएं दी जा सकती है।
आजाद में खास योगदान:
वरिष्ठ वकील एसके सक्सेना ने बताया कि क्रांतिकारी रुद्रदत्त मिश्रा का देश की आजादी में खास योगदान रहा है। इतिहास के जानकारों के अनुसार मिश्रा ने सुप्रसिद्ध क्रांतिकारी चन्द्रशेखर आजाद, सरदार भगत सिंह आदि के साथ काम किया। यही वजह रही कि उन्हें पांच वर्ष तक कठोर कारावास की सजा भी हुई। आजादी के बाद मिश्रा आयुर्वेद विभाग में जिला अधिकारी के पद से रिटायर हुए। अजमेर के विकास में भी मिश्रा का खास योगदान रहा है। आजादी के आंदोलन के दौरान काकोरी कैस जैसे मामलों में मिश्रा की भूमिका रही है।