मुगल शासक शाहजहां द्वारा बनाई बरादरी पर 25 रुपए शुल्क लेने का विरोध।
अजमेर की गरीब नवाज सोसायटी ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र।
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अजमेर शहर के बीचों बची बने आनासागर के किनारे ऐतिहासिक बारादरी पर 25 रुपए शुल्क वसूलने का विरोध गरीब नवाज सूफी मिशन सोसायटी की ओर से किया गया है। 25 रुपए का शुल्क पिछले दिनों बारादरी का रख-रखाव करने वाले भातरीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की ओर से लगाया गया था। हालांकि विरोध के चलते अभी शुल्क वसूली नहीं हो रही है। उल्लेखनीय है कि आना सागर का निर्माण 12वीं शताब्दी के मध्य (1135-1150 ईस्वी) हिन्दू राजा अरुणोराज चौहान ने करवाया था, लेकिन 1637 ईस्वी में मुगल शासक शाहजहां ने आना सागर के किनारे परकोटा बनाकर बारादररियों का निर्माण करवाया। इसी पर खांमखां के तीन दरवाजे भी बनवाए गए। आजादी के बाद से ही यहां आने वाले किसी भी पर्यटक से कोई शुल्क नहीं वसूला जा रहा था। लेकिन बारादरी का रख-रखाव करने वाले पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने लोकसभा चुनाव की आचार संहित के दौरान 1 मई 2019 को एक आदेश जारी कर 25 रुपए का शुल्क निर्धारित कर दिया। इससे विभाग को एक माह में कई लाख रुपए की आय भी हुई, लेकिन विरोध के चलते विभाग को वसूली रोकनी पड़ी, लेकिन अब विभाग के अधिकारी पर्याप्त सुरक्षा इंतजामों के साथ फिर से शुल्क वसूली की योजना बना रहे हैं। शुल्क वसूली का विरोध गरीब नवाज सूफी मिशन सोसायटी की ओर से लगातार किया जा रहा है। सोसायटी के अध्यक्ष शेखजादा जुल्फिकार चिश्ती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर शुल्क वसूली रोकने की मांग की है। चिश्ती ने पत्र में लिखा है कि संसार प्रसिद्ध ख्वाजा साहब की दरगाह में आने वाले जायरीन और पुष्कर तीर्थ में आने वाले श्रद्धालु बड़ी संख्या में बारादरी पर घूमने आते हैं। चूंकि 25 रुपए शुल्क निर्धारित किया गया है, ऐसे में जायरीन और श्रद्धालु बारादरी पर घूमने से वंचित होंगे। चिश्ती ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि बारादरी के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए शुल्क वसूली न की जाए। पत्र पर पीर फखर मियां चिश्ती, काजी मुन्नवर अली, अब्दुल नईम खान, रईस कुरैशी, सैय्यद आले हुसैन, सरवर चिश्ती आदि मुस्लिम प्रतिनिधियों ने भी हस्ताक्षर किए हैं। चिश्ती ने कहा कि गत बार जब शुल्क वसूली की गई तब बारादरी पर तनाव पूर्ण हालात बन गए थे। ऐसे में कभी भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है। उन्होंने कहा कि यदि दोबारा से शुल्क वसूली शुरू की गई तो जनआंदोलन किया जाएगा। मोबाइल नम्बर 9829072865 पर शेखजादा जुल्फिकार से और अधिक जानकारी ली जा सकती है।