अजमेर के आजाद पार्क में प्रदर्शनी लगाने वाले को पार्किंग शुल्क वसूलने का अधिकार नहीं। शिकायत मिली तो नगर निगम करेगा सख्त कार्यवाही।
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अजमेर शहर के आजाद पार्क में इन दिनों विभिन्न कंपनियों के उत्पाद बेचने के लिए प्रदर्शनी लगी हुई है, लेकिन प्रदर्शनी के प्रबंधकों को पार्क के बाहर मुख्य सड़क पर खड़े होने वाले दुपहिया और चौपहिया वाहनों से पार्किंग शुल्क वसूलने का कोई अधिकार नहीं है। नगर निगम के उपायुक्त गजेन्द्र सिंह रलावता ने बताया कि निगम ने पार्क के अंदर की जगह किराए पर दी है। ऐसे में मुख्य सड़क पर पार्किंग शुल्क नहीं वसूला जा सकता। रलावता ने कहा कि यदि प्रदर्शनी के प्रबंधक पार्किंग शुल्क वसूलेंगे तो आजाद पार्क की अनुमति निरस्त कर दी जाएगी। आजाद पार्क को शर्तों के अनुरूप किराए पर दिया जाता है। कोई भी ठेकेदार इन शर्तों का उल्लंघन नहीं कर सकता। यदि किसी व्यक्ति से जबरन पार्किंग शुल्क लिया जाता है, वह सीधे उन्हें (रलावता) से शिकायत कर सकता है। यहां यह उल्लेखनीय है कि आजाद पार्क किराए पर लेने के बाद संबंधित आयोजक मुख्य सड़क को ठेके पर दे देते हैं। प्रदर्शनी या अन्य आयोजन में आने वाले लोग सड़क पर वाहन खड़ा करने का शुल्क देने को मजबूर होते हैं। आयोजक गुंडा तत्वों को सड़क का ठेका देते हैं जो जबरन पार्किंग शुल्क वसूलते हैं। कई बार तो नगर निगम की भी मिली भगत सामने आई हैं, क्योंकि शिकायत के बाद भी निगम ने अनुमति को निरस्त नहीं किया। लेकिन इस बार निगम के उपायुक्त रलावता ने सख्ती दिखाई और प्रदर्शनी के आयोजकों को पहले ही पाबंद कर दिया है। जानकारों की माने तो आजाद पार्क का जितना किराया निगम में जमा कराया जाता है उससे कहीं ज्यादा राशि अवैध पार्किंग शुल्क से वसूल जी जाती है। सवाल यह भी है कि जब पार्किंग की सुविधा नहीं है तो ऐसे आयोजकों के लिए आजाद पार्क को किराए पर क्यों दिया जाता है?
एस.पी.मित्तल) (22-09-19)
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