मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा की आलोचना करने वाले ब्लॉगर चतुर्वेदी पर मुकदमे से अजमेर के पत्रकारों में रोष।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा की आलोचना करने वाले ब्लॉगर चतुर्वेदी पर मुकदमे से अजमेर के पत्रकारों में रोष। एसपी ने दिया निष्पक्ष जांच का भरोसा। 

=======

16 अक्टूबर को अजमेर के पचास से भी ज्यादा पत्रकारों ने जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप से मुलाकात की इन पत्रकारों में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया से जुड़े पत्रकार शामिल रहे। पत्रकारों ने साहित्यकार और ब्लॉगर सुरेन्द्र चतुर्वेदी के विरुद्ध पुलिस में दर्ज मुकदमे पर नाराजगी जताई है। पत्रकारों ने कहा कि यह मुकदमा प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के दबाव में दर्ज किया गया है। पत्रकारों ने एसपी से आग्रह किया कि किसी उच्च अधिकारी से निष्पक्ष जांच करवाई जाए। एसपी ने भरोसा दिलाया कि मुकदमे की जांच किसी बड़े अधिकारी से निष्पक्ष करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस बगैर किसी दबाव के काम करेगी। कांग्रेस के आईटी सेल प्रभारी कपिल सारस्वत ने चतुर्वेदी के विरुद्ध क्रिश्चियनगंज पुलिस स्टेशन पर आईपीसी और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाया है। 15 पृष्ठ की एफआईआर में कहा गया है चतुर्वेदी अपने ब्लॉग में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा की आलोचना करते हैं। जिससे उनकी छवि खराब हो रही है। रिपोर्ट में चतुर्वेदी पर एक-दो करोड़ रुपए मांगने का भी आरोप लगाया गया है। वहीं चतुर्वेदी का कहना है कि यह मुकदमा लोकतंत्र का गला घोंटने के समान हैं। मीडिया में जानप्रतिनिधियों की आलोचना होती रहती है, लेकिन चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने द्वेषतावश अपनी पार्टी के पदाधिकारियों से झूठा मुकदमा दर्ज करवाया है। चतुर्वेदी ने कहा कि रघु शर्मा की इस कार्यवाही से वह डरने वाले नहीं है। उन्हें भले ही जेल में डाल दिया जाए, वह लोकतांत्रिक व्यवस्था में निडर पत्रकारिता करते रहेंगे।
मुख्यमंत्री गहलोत दखल दें:
कांग्रेस के पदाधिकारी ने अजमेर के क्रिश्चयनगंज पुलिस स्टेशन पर जो मुकदमा दर्ज करवाया है उसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को दखल देना चाहिए। गहलोत हमेशा स्वतंत्र पत्रकारिता के पक्षधर रहे हैं। लाख आलोचना के बाद भी गहलोत ने कभी भी किसी पत्रकार के विरुद्ध बदले की कार्यवाही नहीं की है। इन दिनों जब गहलोत केन्द्र सरकार पर मीडिया पर दबाव डालने का आरोप लगाते हैं, तब अजमेर में एक पत्रकार के विरुद्ध की गई कार्यवाही गहलोत के आरोपों को बेअसर करती है। हो सकता है कि सीएम गहलोत को इस मुकदमे की जानकारी न हो, अभी यह मामला रघु शर्मा के स्तर तक ही है। लेकिन कांग्रेस आईटी सेल के प्रभारी ने जिस तरह रघु शर्मा के नाम के साथ-साथ मुख्यमंत्री गहलोत का नाम भी जोड़ दिया है, इससे मामला गंभीर हो गया है।  एफआईआर में आरोप तो कुछ भी लगाए जा सकते हैं, लेकिन जांच और अदालत में सुनवाई के दौरान ही सच्चाई का पता चलता है।
शर्मा के निर्वाचन क्षेत्र में भी बदले की कार्यवाही:
हो सकता है कि रघु शर्मा चतुर्वेदी के खिलाफ दर्ज मुकदमे में कोई भूमिका होने से इंकार करे, लेकिन तथ्य बताते हैं कि चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के निर्वाचन क्षेत्र केकड़ी में बदले की भावना से छापा मार कार्यवाही हुई है। रघु शर्मा के खिलाफ विधानसभा का चुनाव लडऩे वाले भाजपा के उम्मीदवार राजेन्द्र विनायका से जुड़े मेडिकल स्टोर पर चिकित्सा विभाग ने छापा मार कार्यवाही की। इसी प्रकार विनायका का समर्थन करने वाले श्रीपाल कटारिया की निवाई स्थित ऑयल मिल में भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की स्पेशल टीम ने कार्यवाही की है। केकड़ी के लोग मानते हैं कि रघु शर्मा अपने विरोधियों को कुचलने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं युवा मोर्चे के पूर्व अध्यक्ष महावीर साहू की मिठाई की दुकान, बजरंग दल के दशरथ साहू की गजक व पेठे की दुकान, आशुतोष सिंघल के वाटर प्लांट, ज्ञान सिंघल की ऑयल मिल, संजय जैन की घी तेल की दुकान आदि पर भी छापा मार कार्यवाही की गई है। केकड़ी नगर पालिका अध्यक्ष अनिल मित्तल की ऑयल मिल पर तो तीन बार छापा मारा गया। पालिकाध्यक्ष के पद से निलंबन से बचने के लिए मित्तल को हाईकोर्ट की शरण लेनी पड़ी है। सवाल उठता है कि क्या जयपुर की स्पेशल टीम के पास केकड़ी में ही कार्यवाही करने का काम है? भले ही ऐसी कार्यवाहियों को करवाने से रघु शर्मा इंकार करें, लेकिन सब जानते हैं कि चिकित्सा एवं स्वास्थ महकमा रघु शर्मा के पास ही है। उम्मीद की जानी चाहिए कि क्रिश्चियनगंज पुलस स्टेशन पर दर्ज मुकदमे में अजमेर पुलिस किसी दबाव में नहीं आएगी।
एस.पी.मित्तल) (16-10-19)
नोट: फोटो मेरी वेबसाइट www.spmittal.in
https://play.google.com/store/apps/details? id=com.spmittal
www.facebook.com/SPMittalblog
Blog:- spmittalblogspot.in
M-09829071511 (सिर्फ संवाद के लिए)
Print Friendly, PDF & Email

You may also like...