सोशल मीडिया पर सचिन पायलट का पिता वाला संबोधन वायरल।
सोशल मीडिया पर सचिन पायलट का पिता वाला संबोधन वायरल।
इधर समर्थक लगा रहे हैं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जय जयकार के नारे।
22 अक्टूबर को राजस्थान विधानसभा में सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी के नेतृत्व में सैकड़ों समर्थकों ने जयपुर में सरकारी आवास पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की। सामान्य वर्ग के गरीब परिवार के युवाओं को नौकरियों में दस प्रतिशत आरक्षण देने में मकान, जमीन आदि की बाध्यता को समाप्त करने के लिए सीएम हाउस पर ही लोगों ने मुख्यमंत्री गहलोत की जय जयकार की। महेश जोशी ने कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार इन दिनों जो फैसले ले रही है उससे प्रदेशभर में मुख्यमंत्री गहलोत की जय जयकार हो रही है। 22 अक्टूबर को ही सीएम गहलोत दिनभर सचिवालय में व्यस्त रहे। अपनी सरकार को गति देने के लिए विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा की। एक ओर मुख्यमंत्री के जय जयकार के नारे लग रहे हैं तो वहीं सोशल मीडिया पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और डिप्टी सीएम सचिन पायलट का दो अक्टूबर वाला भाषण वायरल हो रहा है। पायलट ने यह भाषण महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर जयपुर में हुए विशेष अधिवेश में दिया था। तब अपने भाषण में पायलट ने बताया कि जब उनके पिता राजेश पायलट केन्द्र में मंत्री थे, तब कई बार स्पष्ट बात कहते थे। तब मैंने भी एक बार कहा था कि आप इतना विरोधी रुख क्यों रखते हो। आखिर आप को सब कुछ मिला हुआ है। इस पर मेरे पिता राजेश पायलट ने कहा कि मैंने अपना जीवन दिल्ली में दूध बेचने से शुरू किया और आज मैं केन्द्र की सरकार में मंत्री हंू। मुझे अब जो मिल रहा है, वह बोनस में हैं। मैं सही बात कहने से भी पीछे नहीं हटूंगा। इसलिए प्रत्येक कार्यकर्ता को सही बात कहनी ही चाहिए। पायलट के इस भाषण का महत्व 19 अक्टूबर के बाद और बढ़ गया। पायलट ने 19 अक्टूबर को झुंझुनूं में मीडिया के सामने अपनी सरकार के फैसले को गलत बताया था। पायलट का कहना रहा कि सरकार ने पार्षद चुने बगैर ही निकाय प्रमुख का चुनाव लडऩे का जो फैसला किया है, उससे वे सहमत नहीं है। राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बने दस माह हो गए, लेकिन यह पहला अवसर रहा, जब पायलट ने मीडिया के सामने सरकार के फैसले को गलत बताया। अब सचिन पायलट की छवि स्वर्गीय राजेश पायलट जैसे बोल्ड नेता की दिखाने के लिए सचिन पायलट का 2 अक्टूबर वाला भाषण सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। सूत्रों की माने तो पायलट इन दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बेहद खफा चल रहे हैं। क्योंकि सरकार के प्रमुख फैसलों में पायलट को भागीदार नहीं बनाया जा रहा है। 19 अक्टूबर को भी पायलट ने साफ कहा कि निकाय प्रमुखों के फैसले में कांग्रेस विधायक दल या मंत्रिमंडल में कोई विचार नहीं हुआ। पायलट के बयान के बाद अभी तक सीएम अशोक गहलोत की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। देखना है कि अब पायलट की क्या प्रतिक्रिया होती है? वैसे यह मामला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी तक पहुंच गया है।
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