शिवचरण माथुर के सीएम रहते जो सम्मान अशोक गहलोत को मिला, वो अब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की हैसियत से सचिन पायलट को मिलना चाहिए।
शिवचरण माथुर के सीएम रहते जो सम्मान अशोक गहलोत को मिला, वो अब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की हैसियत से सचिन पायलट को मिलना चाहिए। माथुर और गहलोत के बीच कड़ी रहे वरिष्ठ कांग्रेसी सत्यकिशोर सक्सैना ने मौजूदा हालातों के संदर्भ में महत्वपूर्ण जानकारियां दी।
26 अक्टूबर को एसपी मित्तल टॉक शो में अजमेर के पूर्व जिला प्रमुख और वरिष्ठ कांग्रेसी सत्यकिशोर सक्सैना से सीधा संवाद हुआ। यह इंटरव्यू राजस्थान में कांग्रेस संगठन और सरकार के बीच उत्पन्न राजनीतिक हालातों में महत्वपूर्ण है, क्योंकि 1983 में जब अशोक गहलोत प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष थे, तब शिवचरण माथुर मुख्यमंत्री रहे। उस समय सक्सैना दोनों के बीच प्रमुख कड़ी थे। सवालों के जवाब में सक्सैना ने बताया कि तब प्रदेशाध्यक्ष के तौर पर गहलोत मुख्यमंत्री माथुर से कैसा व्यवहार करते थे। आज मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए गहलोत को भले ही सचिन पायलट का व्यवहार पसंद नहीं आ रहा हो, लेकिन जब गहलोत चाहते थे कि सरकार जो भी फैसला करें वो संगठन की सहमति के बाद हो। मतभेदों के चलते ही 1989 में गहलोत को प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था। बाद मंत्री बनाए जाने पर गहलोत भी सीएम की तरह अपने वाहन के आगे पुलिस पायलट की जीप चलवाते थे। रौचक घटनाओं से जुड़ा सक्सैना का यह इंटरव्यू यू-ट्यूब पर SPMittal Talk show लिखने से देखा जा सकता है। इंटरव्यू के संबंध में और अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 9414003192 पर सक्सैना से ली जा सकती है।
https://play.google.com/store/
www.facebook.com/SPMittalblog
Blog:- spmittalblogspot.in