राजस्थान में भाजपा की राजनीति में वसुंधरा राजे का आज भी महत्व बना हुआ है।
राजस्थान में भाजपा की राजनीति में वसुंधरा राजे का आज भी महत्व बना हुआ है। सुरेश टाक के कांग्रेस सरकार को समर्थन देने का लाभ किशनगढ़ को नहीं मिला। यदि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस में बगावत नहीं होती तो आज मैं विधायक होता-डॉ. विकास चौधरी।
15 नवम्बर को एसपी मित्तल टाक शो में भाजपा के युवा नेता और गत विधानसभा चुनाव में अजमेर के किशनगढ़ से भाजपा के उम्मीदवार रहे डॉ.विकास चौधरी से सीधा संवाद हुआ। डॉ. चौधरी ने कहा कि राजस्थान की भाजपा की राजनीति में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का आज भी महत्व है। राजे ने अपने कार्यकाल में राजस्थान को बीमारू प्रदेश की छवि से बाहर निकाला। किशनगढ़ से मुझे उम्मीदवार बनवाने में राजे का सहयोग रहा, लेकिन अंतिम फैसला केन्द्रीय चुनाव समिति ने किया। चौधरी ने कहा कि वे सकारात्मक राजनीति करते हैं, इसलिए मानते हैं कि भागीरथ चौधरी के सांसद होने का लाभ किशनगढ़ की जनता को मिल रहा है। उन्होंने माना कि यदि विधानसभा चुनाव में नाथुराम सिनोदिया कांग्रेस के बागी उम्मीदवार नहीं होते तो आज मैंं किशनगढ़ का विधायक होता। मुझे 65 हजार से भी ज्यादा मत मिले, लेकिन फिर भी 17 हजार मतों से हार हो गई। जबकि सिनोदिया 23 हजार मत लेने में सफल रहे। जाट मतों में विभाजन की वजह से उन्हें हार का सामना करना पड़ा। चुनाव में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट ने सभा की, लेकिन फिर भी कांग्रेस प्रत्याशी धाकण की जमानत जब्त हो गई। निर्दलीय विधायक बनने के बाद सुरेश टाक ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार को समर्थन दिया, लेकिन इसका फायदा अब किशनगढ़ की जनता को नहीं मिल रहा है। असल में सीएम अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट की जंग में सुरेश टाक पिस रहे हैं। किशनगढ़ की समस्याएं ज्यों की त्यों बनी हुई है। डॉ. विकास चौधरी ने तीखे सवालों के सटीक जवाब दिए। पूरा इंटरव्यू यूट्यूब पर SPMittal Talk show देखा जा सकता है। मोबाइल नम्बर 9460784100 पर डॉ. चौधरी से संवाद किया जा सकता है।
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