ब्यावर में सभापति के चुनाव से पहले दस निर्दलीय पार्षद भाजपा में शामिल।

ब्यावर में सभापति के चुनाव से पहले दस निर्दलीय पार्षद भाजपा में शामिल।
कांगे्रस को तगड़ा झटका।
सारस्वत, रावत और भूतड़ा की सफलता।
कांग्रेस सत्ता का दुरुपयोग कर रही है-प्रो. सारस्वत।

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ब्यावर नगर परिषद के सभापति का चुनाव 26 नवम्बर को होना है। लेकिन इससे चार दिन पहले ही 22 नवम्बर को दस निर्दलीय पार्षदों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। इससे कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। 60 सदस्यी परिषद में 29 भाजपा के पार्षद विजयी हुई है। 15 निर्दलीय पार्षद जीते हैं, इसमें से 10 अब भाजपा के साथ हो गए हैं। यानि अब ब्यावर नगर परिषद में भाजपा का बोर्ड बनना सुनिश्चित है। भाजपा ने नरेश कनौजिया को सभापति पद का उम्मीदवार घोषित किया है। जबकि कांगे्रस ने 16 पार्षद होने के बाद भी निर्दलीय गोविंद पंडित को समर्थन दिया है। लेकिन ताजा घटनाक्रम से ब्यावर में भाजपा उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित हो गई है। भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने वाले पार्षदों में त्रिलोक शर्मा, सुरेन्द्र सोनी, स्वाति फूलवारी, हेमंत कुमावत, ललिता सिंगारिया, भागचंद फुलवारी, नीरू चौहान, अनिल चौधरी, कुलदीप तथा अनिल भोजक हैं।
सारस्वत, रावत और भूतड़ा की सफलता:
सभापति चुनाव से पहले दस निर्दलीय पार्षदों को भाजपा में शामिल करने के पीछे भाजपा के देहात जिला अध्यक्ष बीपी सारस्वत ब्यावर के विधायक शंकर सिंह रावत और पूर्व विधायक देवीशंकर भूतड़ा की राजनीतिक सफलता रही है। असल में चुनावों में दस पार्षदोंमें से कई भाजपा की विचार धारा के थे। ऐसे पार्षदों से सम्पर्क साधा गया। इस बीच भाजपा को यह भी डर सता रहा था कि कांग्रेस सत्ता का दुरुपयोग कर निर्दलीय पार्षदों को अपने कब्जे में ले सकती है। निर्दलीय पार्षदों के समर्थन के लिए कांग्रेस ने निर्दलीय पार्षद गोविंद पंडित को सभापति का उम्मीदवार बनाया। लेकिन अब भाजपा की रणनीति से कांग्रेस की योजना धरी रह गई है। नगर परिषद चुनाव में शुरू से ही सारस्वत भूतड़ा और रावत में एक जुटता देखी गई, इसी का परिणाम रहा कि 60 में से 29 पार्षद भाजपा के विजयी हुए और अब एकजुटता ने ही दस निर्दलीय पार्षदों को भाजपा के साथ खड़ा कर दिया है।
सत्ता का दुरुपयोग-सारस्वत:
भाजपा के देहात जिला अध्यक्ष बीपी सारस्वत ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के नेता सत्ता का दुरुपयोग कर रहे है। निर्दलीय पार्षदों को डराने धमकाने का काम किया जा रहा है। लेकिन भाजपा के कार्यकर्ता पूरी ताकत के साथ कांग्रेस की सत्ता का मुकाबला कर रहे हैं। यही वजह रही कि ब्यावर में दस निर्दलीय पार्षदों को भाजपा की सदस्यता ग्रहण करवाई गई है। सारस्वत ने बताया कि पुष्कर के बागी भाजपा पार्षद रवि पाराशर उर्फ रवि बाबा को भाजपा की सदस्यता से निलंबित कर दिया गया है। सारस्वत ने दावा किया कि पुष्कर में पालिका अध्यक्ष पद के अधिकृत उम्मीदवार कमल पाठक को कोई खतरा नहीं है। 25 पार्षदों से 13 पार्षद भाजपा के साथ है। एक निर्दलीय पार्षद का समर्थन भी मिला हुआ है। कांग्रेस को अपने 9 पार्षदों की चिंता करनी चाहिए। कांगे्रस ने भले ही भाजपा के बागी रवि पाराशर को उम्मीदवार बना दिया हो, लेकिन कांग्रेस के पार्षदों में बगावत के स्वर हैं।
एस.पी.मित्तल) (22-11-19)
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