शिवसेना भी महात्मा गांधी के हत्यारे नाथुराम गोडसे को देशभक्त मानती है।
तो फिर महाराष्ट्र में कांग्रेस ने शिवसेना के साथ सरकार क्यों बनाई?
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को आतंकी कहने पर राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का मामला।
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29 नवम्बर को भी संसद में महात्मा गांधी और उनके हत्यारे नाथुराम गोडसे को लेकर कांग्रेस ने दिन भर हंगामा किया। भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के माफी मांगने पर भी कांग्रेस के सांसद शांत नहीं हुए। इस बीच भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे ने शिवसेना के मुखपत्र सामना में 2013 में प्रकाशित सम्पादकीय को सदन में रखकर कांग्रेस सांसदों के हंगामे पर ही सवाल खड़ा कर दिया। दुबे ने कहा कि सामना के सम्पादकीय में संजय राउत ने ही महात्मा गांधी के हत्यारे नाथुराम गोडसे को देशभक्त कहा है। यानि शविसेना भी गोडसे को देशभक्त मानते हैं। और अब कांग्रेस ने महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई है। जब शिवसेना महात्मा गांधी के हत्यारे को देशभक्त मानती है तो फिर कांग्रेस ने महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार क्यों बनवाई? कांग्रेस को पहले अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। एक ओर साध्वी प्रज्ञा के बयान पर हंगामा किया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ सरकार बनाई जा रही है। इससे कांग्रेस की महात्मा गांधी के प्रति आस्था का अंदाजा लगाया जा सकता है। सांसद दुबे ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ नियम 222 में विशेषाधिकार हनन का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि निर्वाचित सांसद को आतंकी कहना पूरे सदन का अपमान है। इससे पहले साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने अपने किसी भी कथन के लिए सदन में माफी मांगी, लेकिन साथ ही कहा कि मेरे कथन को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। मैंने महात्मा गांधी के बारे में कोई टिप्पण्ी नहीं की। मैं महात्मा गांधी के काम का सम्मान करती हंू। तत्कालीन सरकार ने मुझे झूठे आरोपों में जेल में डाल कर शारीरिक और मानसिक यातनाएं दी। मेरे विरुद्ध किसी भी अदालत ने आरोप सिद्ध नहीं किया है, लेकिन फिर भी मुझे आतंकी कहा गया। यह मेरे सांसद साध्वी और महिला होने का अपमान है। मुझे आतंकी कहना पूरी तरह गैर कानूनी है।
कानूनी पचड़े में फंस सकते हैं:
संसद में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के तेवर देखने से प्रतीत होता है कि राहुल गांधी अब कानूनी पचड़े में फंस सकते हैं। अंटशंट बोलने को लेकर राहुल गांधी पर पहले ही कई मुकदमे चल रहे हैं। ऐसे मुकदमों में राहुल गांधी जमानत पर है। राफेल विमान सौदे में प्रधानमंत्री को चोर कहने पर राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से बिना शर्त माफी मांगनी पड़ी है। चूंकि किसी अदालत ने अभी तक प्रज्ञा ठाकुर को दोषी नहीं ठहराया है, इसलिए प्रज्ञा के आतंकी कहना कानून विरुद्ध है। राहुल ने प्रज्ञा को आतंकी कह कर नहीं मुसीबत मोल ली है।
एस.पी.मित्तल) (29-11-19)
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