अजमेर में राजस्थान पत्रिका ने प्रवासी पक्षियों और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरुकता बढ़ाई।
अजमेर में राजस्थान पत्रिका ने प्रवासी पक्षियों और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरुकता बढ़ाई। आनासागर झील का प्राकृतिक सौंदर्य निखारा।
राजस्थान पत्रिका अखबार ने अपने सामाजिक सरोकारों के अंतर्गत इस बार भी 17 से 19 जनवरी तक अजमेर में बर्ड फेयर का आयोजन किया। 19 जनवरी को रीजनल कॉलेज के निकट आना सागर झील के किनारे बर्ड फेयर का समापन हुआ। चूंकि पत्रिका अखबार का कार्यक्रम था इसलिए जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप सिंह, मेयर धर्मेन्द्र गहलोत, विधायक वासुदेव देवनानी, भाजपा के देहात जिलाध्यक्ष देवीशंकर भूतड़ा, सिटी मजिस्ट्रेट सुरेश सिंधी, पूर्व विधायक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती से लेकर हाड़ा रानी बटालियन के कमानडेंट श्रीमती प्रीति चौधरी, टीआई सुनीता गुर्जर, पर्यावरणविद् महेन्द्र विक्रम सिंह तक मौजूद रहे। तीन दिवसीय बर्ड फेयर में शहरवासियों ने भी उत्साह के साथ भागीदारी निभाई। पत्रिका के सम्पादकीय प्रभारी केआर मुंडियार ने बताया कि पिछले तीन वर्ष से बर्ड फेयर का आयोजन किया जा रहा है। नगर निगम, जिला प्रशासन, अजमेर विकास प्राधिकरण आदि के सहयोग से होने वाले इस समारोह में एमडीएस यूनिवर्सिटी के पर्यावरण विभाग तथा शहर की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं का भी सहयोग रहता है। मुंडियार ने सभी संस्थाओं और प्रशासनिक अधिकारियों का आभार प्रकट किया। इसमें कोई दो राय नहीं कि पत्रिका के बर्ड फेयर से अजमेर वासियों का प्रवासी पक्षियों और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरुकता बढ़ी है। शहर के बीचों बीच बनी आनासागर झील में तो वर्षों से प्रवासी पक्षी आ रहे हैं, लेकिन पत्रिका के अभियान ने प्रवासी पक्षियों की ओर शहरभर का ध्यान आकर्षित किया। प्रकृति और पक्षियों के प्रति पे्रेम रखने वाले लोग आनासागर के किनारे आकर वातावरण का आनंद लेते हैं। बर्ड फेयर में पत्रिका की ओर से दूरबीन उपलब्ध करवाई जाती है, ताकि लोग पक्षियों को निहार सकें। पेंटिंग, फोटोग्राफी आदि प्रतियोगिताएं कर कलाकारों की हौंसला अफजाई भी की जाती है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि पत्रिका के इस आयोजन से शहरवासियों खास कर प्रकृति प्रेमियों को एक खास अवसर मिलता है। हालांकि प्रबंधन ने निर्देश पर पूर्व सम्पादकीय प्रभारी उपेन्द्र शर्मा ने बर्ड फेयर की शुरुआत की थी, लेकिन उपेन्द्र शर्मा के तबादले के बाद नए सम्पादकीय प्रभारी मुंडियार ने भी बर्ड फेयर को जारी रखा। मुंडियार का कहना रहा कि यह किसी व्यक्ति का आयोजन नहीं बल्कि पत्रिका के पाठकों का आयोजन है। पत्रिका अपने पाठकों को ही सर्वोपरि मानती है। पत्रिका के लिए यह अच्छी बात है कि बर्ड फेयर से शहर का आम व्यक्ति जुड़ता है। सर्दी के मौसम में शहर का जो नागरिक अभी तक भी आनासागर झील के किनारे नहीं आया है उसे एक बार आकर प्राकृतिक सौन्दर्य का आनंद लेना चाहिए। अब तो आनासागर झील के चारों ओर पथ वे भी बन गया है। बर्ड फेयर के सफल आयोजन के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नबर 9829066036 पर सम्पदकीय प्रभारी केआर मुंडियार से ली जा सकती है।
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