अजमेर में भी हो सकेगा कोरोना वायरस का टेस्ट।
अजमेर में भी हो सकेगा कोरोना वायरस का टेस्ट।
सांसद और विधायक कोष की राशि का उपयोग जल्द हो-भाजपा विधायक देवनानी।
जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध करवाने में अनेक स्वयं सेवी संगठन जुटे।
पूड़ी सब्जी से लेकर दाल-चपाती तक बांटी जा रही है।
अजमेर ऑटो की तरफ से एक लाख रुपए का चैक।
अजमेर में तीसरे दिन भी बाधित रही अखबारों की वितरण व्यवस्था।
जनता रसोई:
अजमेर के पार्षदों एवं भामाशाहों के सहयोग से चल रही जनता रसोई के माध्यम से प्रतिदिन करीब तीन हजार पैकेट वितरित किए जा रहे हैं। पार्षद चन्दे्रेश सांखला ने बताया कि मांग बढऩे के कारण रसोई को वैशाली नगर के सत्यम पैलेस में शिफ्ट कर दिया गया है। कोई भी जरुरतमंद व्यक्ति मोबाइल नम्बर 8239192910 पर सांखला से सम्पर्क कर सकता है। इसके अलावा क्षेत्रीय पार्षद से भी सम्पर्क कर फूड पैकेट मंगवाए जा सकते हैं। जनता रसोई के फूड पैकेट में 8 पूड़ी, सब्जी, नमकीन व अचार उपलब्ध करवाया जा रहा है।
यूनाइटेड अजमेर:
कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते यूनाईटेड अजमेर की ओर से भी जरुरतमंद लोगों को दाल चपाती बांटी जा रही है। संस्था की प्रमुख कीर्ति पाठक ने बताया कि 27 मार्च को भी करीब सात हजार लोगों को दाल चपाती वितरित की गई। 26 मार्च को 6 हजार लोगों को भोजन उपलब्ध करवाया गया। नि:शुल्क भोजन उपलब्ध करवाने में यूनाइटेड अजमेर के अलावा लघु उद्योग भारती, सतगुरु ग्रुप, चौयल इंडस्ट्रीज रोटरी क्लब, एमटीवी चैनल, फ्लाइंग बर्ड सेंटर आदि का सहयोग है। संस्था के हेल्पलाइन नम्बर 7300488884 पर फोन कर खाद्य सामग्री मंगवाई जा सकती है।
अन्नपूर्णा सेवा फाउंडेशन:
अन्नपूर्णा सेवा फाउंडेशन के कार्यकर्ता भी अजमेर शहर में भोजन सामग्री वितरित कर रहे हैं। 27 मार्च को पूर्व विधायक और महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती ने फॉयसागर रोड स्थित काली माता मंदिर के निकट क्षेत्रीय कच्ची बस्ती के लोगों को फूड पैकेट वितरित किए। इस अवसर पर शक्ति सिंह पीपरोली, बाबूलाल तेली, संगीता बंजारा, महेन्द्र जोधा, राजकुमार, सुमित मित्तल आदि उपस्थित रहे। फाउंडेशन प्रतिदिन एक हजार फूड पैकेट नि:शुल्क वितरित कर रहा है।
कलेक्टर को दिया एक लाख रुपए का चैक:
अजमेर में मारुति कार और होंडा दुपहिया वाहनों के अधिकृत डीलर अजमेर ऑटो मोबाइल प्राइवेट लिमिटेड की ओर से 27 मार्च को जिला कलेक्टर विश्वमोहन शर्मा को एक लाख रुपए का चैक भेंट किया गया। संस्था के मालिक सर्वेश्वर पाल सहगल ने बताया कि यह राशि जिला प्रशासन द्वारा गठित किए गए कोष में दी गई। कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर जिला प्रशासन ने भी कोरोना रिलिफ फंड अजमेर की शुरुआत की है। एक लाख रुपए का सहयोग करने के लिए कलेक्टर ने अजमेर ऑटो का आभार जताया है।
अखबारों का वितरण तीसरे दिन भी नहीं:
27 मार्च को भी अजमेर में अधिकांश घरों में अखबार नहीं पहुंचे। गत 25 मार्च से ही अखबारों का वितरण नहीं हो रहा है। भारतीय समाचार पत्र उपविक्रेता संघ के अध्यक्ष प्रेम विनायका ने बताया कि कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर अधिकांश हॉकर अखबार की सप्लाई नहीं ले रहे हैं। प्रशासन ने जिले में धारा 144 लागू कर रखी है और पुलिस ने लॉक डाउन के अंतर्गत कफ्र्यू जैसे हालात बना रखे हैं। अकेले अजमेर शहर में ढाई सौ से भी ज्यादा हॉकर है। यदि सभी हॉकर सुबह एकत्रित होंगे तो संक्रमण हो सकता है। हॉकरों का अखबार प्रबंधन से कोई विवाद नहीं है। सभी हॉकर अपनी सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है। किसी हॉकर पर अखबार नहीं बांटने का दबाव नहीं है। सभी ने स्वेच्छा से एकजुट होकर अखबार नहीं बांटने का निर्णय लिया है। अखबार वितरण को लेकर 27 मार्च को भी अखबारों के प्रबंधन से वार्ता हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 27 मार्च को शहर के कुछ इलाकों में प्रबंधन की ओर से अखबार का वितरण हुआ है। अखबारों के प्रबंधकों का प्रयास है कि हॉकरों की सभी आशंकाओं को समाप्त कर अखबार का वितरण फिर से शुरू करवाया जाए। प्रेम विनायका का कहना है कि सरकार भी बार-बार आग्रह कर रही है कि लोग अपने घरों से नहीं निकले। हॉकर एक स्थान पर एकत्रित होकर प्रशासन को किसी परेशानी में नहीं डालना चाहते।
https://play.google.com/store/
www.facebook.com/SPMittalblog
Blog:- spmittalblogspot.in