अजमेर जिला प्रमुख के लिए भाजपा और कांग्रेस में बाड़ाबंदी। भाजपा में पुखराज पहाडिय़ा का पलड़ा भारी। कांग्रेस में मंत्री रघु शर्मा तय करेंगे। भाजपा के उम्मीदवार सवाई मधोपुर में डेरा जमाएंगे। नारेली तीर्थ से रवाना।

राजस्थान के 21 जिलों में जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव की मत गणना 8 दिसम्बर को होगी, जबकि जिला प्रमुख और पंचायत समिति के प्रधान का चुनाव 10 दिसम्बर को होगा। अजमेर में भी भाजपा और कांग्रेस ने अपने अपने उम्मीदवारों की बाड़ाबंदी भी शुरू कर दी है। 8 दिसम्बर को मतणना के बाद हारे हुए उम्मीदवारों को घर भेज दिया जाएगा, जबकि जीतने वाले उम्मीदवारों को और सुरक्षित रखा जाएगा। बाड़ाबंदी के लिए ज्यादा जोर जिला परिषद उम्मीदवार पर ही है। चूंकि कांग्रेस की कमान प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने संभाल ली हैं, इसलिए 6 दिसम्बर को भाजपा के अधिकांश उम्मीदवार नारेली स्थित जैन तीर्थ स्थल पर एकत्रित हुए। दोपहर के भोजन के बाद एकत्रित उम्मीदवार सवाई माधोपुर के लिए रवाना हो गए। बताया जा रहा है कि भाजपा उम्मीदवार का डेरा सवाई माधोपुर के आसपास ही रहेगा। जिला प्रमुख चुनाव की कमान भाजपा के देहात जिला अध्यक्ष देवीशंकर भूतड़ा ने संभाल रखी है। इसके साथ ही पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रसन्न मेहता चुनावी प्रभारी संजय शर्मा आदि भी उम्मीदवारों के साथ है। हालांकि अभी जिला प्रमुख पद के उम्मीदवार पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है, लेकिन भाजपा में पुखराज पहाडिय़ा का पलड़ा भारी बताया जा रहा है। पहाडिय़ा पहले भी जिला प्रमुख रह चुके हैं। इस पद पर पूर्व जिला प्रमुख श्रीमती सुशील कंवर पलाड़ा भी मजबूत दावेदारी प्रस्तुत की है। बताया जा रहा है कि भाजपा के कुछ उम्मीदवार पलाड़ा के सम्पर्क में हैं। श्रीमती पलाड़ा के पति वरिष्ठ भाजपा नेता भंवर सिंह पलाड़ा ने उम्मीदवारों को अपने ही पास रखने की रणनीति बनाई है। श्रीमती पलाड़ा मसूदा की विधायक भी रह चुकी हैं। हालांकि भाजपा उम्मीदवारों को संभाल कर रखने की असल जिम्मेदारी भाजपा के विधायकों की भी है। जिला परिषद के वार्ड संख्या तीस के परिणाम पर सभी की निगाह लगी हुई है, क्योंकि नामांकन से पहले भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों का पाला बदला था। श्रवण सिंह रावत कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए तो राजेन्द्र रावत ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस की उम्मीदवारी हासिल कर ली। चूंकि श्रवण सिंह रावत को रातों रात भाजपा में शामिल करने में पुष्कर के विधायक सुरेश सिंह रावत की भूमिका रही, इसलिए अब वार्ड 30 में विधायक रावत की ही प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। यदि राजेन्द्र रावत जीतते हैं तो यह कांग्रेस के लिए उपलब्धि होगी।

कांग्रेस की कमान रघु शर्मा के पास:

पंचायतीराज चुनाव में अजमेर की कमान प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के पास है। हालांकि कोरोना संक्रमण की वजह से शर्मा जयपुर आवास पर ही क्वारंटीन हैं, लेकिन वे जयपुर से ही दिशा निर्देश दे रहे हैं। शर्मा जिले के केकड़ी क्षेत्र से विधायक हैं। चूंकि मौजूदा समय में जिला स्तर पर कांग्रेस का संगठन सक्रिय नहीं है, इसलिए विधानसभा स्तर पर ही जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्य उम्मीदवारों को एकत्रित किया गया है। जानकारी के अनुसार किशनगढ़ में जिला परिषद के वार्डों के कांग्रेस के उम्मीदवार निर्दलीय विधायक सुरेश टांक की निगरानी में हैं, जबकि मसूदा में कांग्रेस विधायक राकेश पारीक ने उम्मीदवारों को अपने पास सुरक्षित रखा हुआ है। इसी प्रकार केकड़ी के उम्मीदवार रघु शर्मा की निगरानी में हैं। नसीराबाद के उम्मीदवार पूर्व विधायक रामनारायण गुर्जर तथा पुष्कर के उम्मीदवार पूर्व विधायक श्रीमती नसीम अख्तर व उनके पति इंसाफ अली की निगरानी में हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला परिषद में जिला प्रमुख पद का उम्मीदवार तय करने में रघु शर्मा का निर्णय ही माना जाएगा। इसके लिए रघु शर्मा रणनीति भी बना रहे हैं। शर्मा की निगाह भाजपा के कुछ असंतुष्टों पर भी लगी हुई है। 

S.P.MITTAL BLOGGER (06-12-2020)

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