राजस्थान में कांग्रेस सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राष्ट्रपति जुडीशियलरी और भाजपा पर हमला बोला। पंचायतीराज चुनाव में हार का दर्द भी झलका। रीट की परीक्षा 25 अप्रैल को होगी।
राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूरा हो गया। इस अवसर पर 18 दिसम्बर को वर्चुअल तकनीक से एक समारोह आयोजित किया गया। मुख्यमंत्री के जयपुर स्थित सरकारी आवास पर अधिकांश मंत्री उपस्थित रहे और सीएम गहलोत ने प्रदेश भर में 1362 विकास कार्यों का लोकार्पण अथवा शिलान्यास किया। इस समारोह में प्रदेशभर से सरकारी अधिकारी जन प्रतिनिधि जुड़े। समारोह में सीएम गहलोत ने दावा किया कि विधानसभा चुनाव के अवसर पर कांग्रेस की ओर से जो वायदे किए गए थे, उनमें से दो वर्ष में 50 प्रतिशत वादों को पूरा कर दिया गया है। सरकार की उपलब्धियों को गिनाने के साथ साथ सीएम गहलोत ने राष्ट्रपति जुडीशियलरी और भाजपा पर बड़ा हमला बोला। गहलोत ने कहा कि केन्द्र सरकार जब तीन कृषि कानून बनाने जा रही थी, तब कांग्रेस शासित प्रदेशों के चार मुख्यमंत्रियों ने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा था। लेकिन राष्ट्रपति ने निर्वाचित सरकारों के मुख्यमंत्रियों से मुलाकात नहीं की। यदि उस समय राष्ट्रपति कांग्रेस सरकारों के मुख्यमंत्रियों से मिल लेते तो आज दिल्ली की सीमाओं पर किसानों को नहीं बैठना पड़ता। हम राष्ट्रपति को बताते की सरकार के कृषि कानून किसानों के कितने खिलाफ हैं। गहलोत ने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि राजस्थान में विधानसभा में इन कृषि कानूनों को लेकर जो प्रस्ताव पास किए वो अभी भी राज्यपाल के पास लम्बित पड़े हैं। कायदे से विधानसभा के प्रस्तावों को राज्यपाल को केन्द्र के पास भेजना चाहिए। गहलोत ने कहा कि जुडीशियलरी भी दबाव में है। इसकी वजह से लोगों को अपने हक नहीं मिल रहे हैं। गहलोत ने जहां राष्ट्रपति और जुडीशियलरी को कटघरे में खड़ा किया, वहीं भाजपा की भी जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि भाजपा एक ऐसी पार्टी है, जो खुलकर निर्वाचित सरकारों को गिराने का काम करती है। गहलोत के संबोधन में हाल ही में हुए पंचायतीराज के चुनाव में कांग्रेस की हार का दर्द भी झलका। गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण विकास के लिए जो निर्णय लेती है, उसकी जानकारी ग्रामीणों तक नहीं पहुंचती है। हमने पिछले दो वर्षों में ग्रामीण विकास के अनेक फैसले किए। लेकिन हमारे फैसले ग्रामीणों तक नहीं पहुंचे। गहलोत ने समारोह में मौजूद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से कहा कि वे प्रदेश स्तर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सम्मेलन आयोजित करें और उसमें विकास कार्यों के प्रस्ताव पास करें। ऐसे प्रस्ताव सरकार को भेजे जाए। इससे कार्यकर्ता को अहसास होगा कि उसने जो प्रस्ताव रखा उस पर सरकार ने अमल किया है। कार्यकर्ता फिर अपने क्षेत्र में जाकर उत्साह के साथ सरकार के निर्णय की जानकारी आम लोगों को देगा। रीट की परीक्षा 25 अप्रैल को:समारोह में सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य स्तरीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) 25 अप्रैल को प्रदेश भर में होगी। इस परीक्षा के साथ ही 31 हजार शिक्षकों की भर्ती का मार्ग भी खुल जाएगा। यहां यह उल्लेखनीय है कि सरकार ने एक दिन पहले ही रीट परीक्षा के लिए राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को नोडल एजेंसी नियुक्ति किया था। S.P.MITTAL BLOGGER (18-12-2020)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogBlog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9509707595To Contact- 9829071511