कलेक्टर के निर्देश पर अजमेर में एक हजार संक्रमित मरीजों के घरों पर दस्तक। सरकारी कार्मिकों ने हालचाल पूछे। निजी और सरकारी अस्पतालों में रेमडेसिवीर इंजेक्शन का उपयोग पारदर्शी हो। लाभार्थी मरीज की प्रतिदिन डिटेल जारी हो। वैक्सीन और स्वास्थ्य बीमा के लिए अग्रवाल समाज ने शिविर लगाया।

अजमेर के जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित के निर्देश पर 25 अप्रैल को सरकारी कार्मिकों ने कोरोना संक्रमित मरीजों के घर पर दस्तक दी है। कलेक्टर राजपुरोहित ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान किसी भी संक्रमित मरीज को कोई परेशानी न हो, इसके लिए  घर घर दस्तक दी है। जो मरीज अपने घरों पर आइसोलेट हैं उन्हें दवाई खाद्य सामग्री आदि की उपलब्धता में कोई परेशानी तो नहीं हो रही है इसकी जानकारी सरकारी कार्मिकों ने ली है। सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन की क्रियान्विति के लिए आरएएस अधिकारियों को क्षेत्रवार इंसिडेंट कमांडर नियुक्त किए गए हैं। इन इंसिडेंट कमांडरों के अधीन सरकारी कार्मिकों की कई टीमें बनाई गई है। 25 अप्रैल को संक्रमित मरीजों ने जो समस्याएं बताई उनका समाधान भी किया गया है। जिन मरीजों ने दवाई की जरूरत बताई उन्हें दवा भी उपलब्ध करवाई गई है। कलेक्टर ने बताया कि गंभीर मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है। जबकि सामान्य संक्रमित मरीज को घर पर ही आइसोलेट किया गया है। जो मरीज घर पर आइसोलेट हैं उनकी चिंता भी प्रशासन को है।
रेमडेसिवीर इंजेक्शन पर पारदर्शिता हो:
संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या के साथ ही रेमडेसिवीर इंजेक्शन की मांग भी बढ़ गई है। जानकारों की माने तो दो-तीन हजार रुपए वाला इंजेक्शन ब्लैक में 20 हजार रुपए तक मिल रहा है। हालांकि सरकार ने रेमडेसिवीर इंजेक्शन की सप्लाई को नियंत्रित कर रखा है। लेकिन फिर भी यह इंजेक्शन कालाबाजार में उपलब्ध है। सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार रेमडेसिवीर इंजेक्शन मेडिकल स्टोर पर नहीं मिलेगा। इंजेक्शन की सप्लाई निर्माता कंपनियों से सीधे सरकार को होगी। सरकार सबसे पहले सरकारी अस्पतालों में भर्ती मरीजों को आवश्यकता अनुसार इंजेक्शन लगवाएगी। इसके साथ ही इंजेक्शन के थोक विक्रेता प्राइवेट अस्पतालों को इंजेक्शन उपलब्ध करवाएगी। सरकार के निर्देशों पर यह काम हो भी रहा है। सरकारी प्राइवेट अस्पतालों में इंजेक्शन किस मरीज को लग रहा है उसमें पारदर्शिता होना जरूरी है। यह सही है कि चिकित्सक की सलाह पर ही इंजेक्शन लगना चाहिए। लेकिन इसके साथ ही सरकारी और निजी अस्पतालों के प्रतिदिन उन भर्ती मरीजों की सूची जारी करने चाहिए, जिन्हें रेमडेसिवीर इंजेक्शन लगाया गया है।यदि प्रतिदिन लाभार्थी मरीज की सूची जारी होगी तो फिर यह इंजेक्शन काला बाजर में उपलब्ध नहीं होगा। जरूरतमंद सभी मरीजों को इंजेक्शन उपलब्ध हो जाएगा। प्राइवेट अस्पतालों में एमआरपी पर रेमडेसिवीर इंजेक्शन लगाने के सख्त निर्देश हैं। लेकिन कई बार प्राइवेट अस्पतालों में एमआरपी से अधिक राशि वसूली जाती है। जबकि एमआरपी पर 40 प्रतिशत तक का डिस्काउंट भी होता है।
वैक्सीन और स्वास्थ्य बीमा का शिविर:
अग्रवाल समाज अजमेर के अध्यक्ष शैलेन्द्र अग्रवाल और महासचिव प्रवीण अग्रवाल ने बताया कि 25 अप्रैल को अजमेर में गंज स्थित जनकपुरी समारोह स्थल पर एक शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में समाज से जुड़े व्यक्तियों को नि:शुल्क कोविड वैक्सीन लगाई गई तथा मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का रजिस्ट्रेशन किया गया। समाजसेवी दीपचंद श्रीया ने समाज की इस पहल की प्रशंसा की। शिविर में 240 महिला व पुरुषों को वैक्सीन लगाई गई। जबकि आए हुए अधिकांश व्यक्तियों का स्वास्थ्य बीमा का रजिस्ट्रेशन किया गया। शिविर की उपयोगिता और समाज के लोगों के उत्साह को देखते हुए जल्द ही दूसरा शिविर आयोजित किया जाएगा। अगले शिविर की जानकारी मोबाइल नम्बर 9414280962 व 7891884488 पर ली जा सकती है। 
S.P.MITTAL BLOGGER (25-04-2021)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9602016852To Contact- 9829071511

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