केन्द्रीय मंत्री नकवी के अधीन आने वाली दरगाह कमेटी पत्रकारों से खबरों का स्त्रोत पूछ रही है। क्या नकवी कमेटी के ऐसे कृत्यों पर कार्यवाही करेंगे? 15 व 16 जून को नकवी के संरक्षण में ही दरगाह कमेटी की बैठक दिल्ली में होगी। लगातार चौथी बार चुने जा सकते हैं अमीन पठान अध्यक्ष।
मोदी सरकार के सबसे मुखर मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी आए दिन विपक्षी दलों पर हमला करते हैं। राहुल गांधी से लेकर ममता बनर्जी तक पर शायराना अंदाज में हमला करते हैं। लेकिन वहीं नकवी के अल्पसंख्यक मामलात मंत्रालय के अधीन काम करने वाली अजमेर स्थित ख्वाजा साहब की दरगाह के आंतरिक इंतजाम करने वाली दरगाह कमेटी ने नोटिस देकर पत्रकारों से खबर का स्त्रोत पूछ रही है। पत्रकारों और मीडिया संस्थानों को दरगाह कमेटी के नाजिम अशफाक हुसैन की ओर से पत्र लिखा जाना, पूरी तरह प्रेस की आजादी पर अंकुश लगाने वाला है। सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि मौजूदा समय में नकवी का संरक्षण प्राप्त अमीन पठान कमेटी के अध्यक्ष हैं। सवाल उठता है कि क्या खबर का स्त्रोत पूछने वाला पत्र नकवी और पठान की सहमति से पत्रकारों को दिया गया? सवाल यह भी है कि क्या इस तरह कोई सरकारी संस्थान खबर का स्त्रोत पूछ सकता है? जयपुर से प्रकाशित दैनिक अखबार मॉर्निंग न्यूज के 10 जून के अंक में दरगाह कमेटी द्वारा एक खादिम को दरगाह परिसर में बने झालरे पर 14 गुणा 28 फिट का स्थान लीज और किराये पर देने की खबर प्रकाशित हुई थी। इस खबर में बताया गया कि झालरे पर पुलिस कर्मियों को स्थान देने का प्रस्ताव दरगाह कमेटी की 17 जुलाई 2020 की बैठक में स्वीकृत हुआ था, लेकिन 5 अक्टूबर 2020 को झलरे पर आरक्षित स्थान एक खादिम को मात्र 50 लाख रुपए के डोनेशन पर दे दिया गया। खबर के साथ दरगाह कमेटी की कार्यवाही वाली नोट शीट भी प्रकाशित की गई। इस नोटशीट पर सहायक नाजिम मोहम्मद आदिल के कार्यवाहक नाजिम के तौर पर हस्ताक्षर हैं। जबकि कमेटी के अध्यक्ष अमीन पठान, उपाध्यक्ष सैय्यद बाबर अशरफ, सदस्य मुनव्वर खान, मिस्बाह उल इस्लाम, फारुख ए आजम, कासिम मलिक और सफात के हस्ताक्षर भी हैं। कायदे से इस खबर पर जांच होनी चाहिए थी, क्योंकि यह मामला विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल के अंदर की भूमि का आवंटन का था, लेकिन इसके उलट पत्रकारों से ही खबर का स्त्रोत पूछा जा रहा है। मॉर्निंग न्यूज़ अखबार के संपादक मोहन शर्मा और अजमेर के संपादकीय प्रभारी नवाब हिदायतुल्ला को पत्र भेज कर डराने की कार्यवाही की जा रही है। दरगाह कमेटी के अध्यक्ष अमीन पठान और नाजिम को यह बताना चाहिए था कि उन्होंने किन नियमों के तहत 50 लाख रुपए का डोनेशन लेकर भूमि को लीज और किराये पर दिया है। खबर की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आवंटन की कार्यवाही 5 अक्टूबर 2020 को एक ही दिन में पूरी कर दी गई, जबकि कमेटी के तत्कालीन नाजिम शकील अहमद अवकाश पर थे। अच्छा हो कि केन्द्र सरकार खास नवकी जैसे मुखर मंत्री के अधीन काम करने वाली दरगाह कमेटी के कामकाज में पारदर्शिता हो।पठान चौथी बार बन सकते हैं अध्यक्ष:ख्वाजा साहब की दरगाह अजमेर में है, लेकिन आमतौर पर दरगाह कमेटी की बैठक दिल्ली में होती है। मौजूदा अध्यक्ष पठान का कार्यकाल 22 जून को समाप्त हो रहा है, इसलिए नए अध्यक्ष का चुनाव करवाने के लिए 15 व 16 जून को कमेटी की बैठक बुलाई गई। बैठक पर केंद्रीय मंत्री नकवी का प्रभाव बना रहे, इसलिए बैठक को दिल्ली में रखा गया है। माना जा रहा है कि अमीन पठान चौथी बार कमेटी के अध्यक्ष बन सकते हैं। S.P.MITTAL BLOGGER (11-06-2021)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9602016852To Contact- 9829071511