अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच राजनीतिक खींचतान का दंड राजस्थान के दुकानदारों पर। प्रदेशभर में सायं चार बजे तक ही खुल रहे हैं बाजार।
उत्तर भारत में कोरोना संक्रमण नियंत्रण में है। राजस्थान में भी एक्टिव मरीजों की संख्या 10 हजार से कम हो गई है। कोरोना के ताजा हालातों के मद्देनजर ही दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में रात्रि 8 बजे तक बाजार खोल दिए गए हैं। लेकिन राजस्थान में अभी भी सायं चार बजे तक ही बाजार खोलने की अनुमति है। इसके साथ ही शनिवार और रविवार को दो दिन का सख्त कर्फ्यू लागू है। सवाल उठता है कि जब पड़ोसी राज्यों में बाजार रात 8 बजे तक खोले जा रहे हैं तब राजस्थान में सायं चार बजे तक ही बाजारों को क्यों खोला जा रहा है? संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार घट रही है। प्रदेशवासियों खासकर दुकानदारों को उम्मीद थी कि 14 जून सोमवार से बाजारों को रात 8 बजे तक खोल दिया जाएगा, लेकिन माना जा रहा है कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रतिद्वंदी नेता सचिन पायलट के बीच जो ताजा राजनीतिक खींचतान हुई है उसकी वजह से बाजारों को चार बजे बाद नहीं खोला जा रहा। चार बजे बाद प्रदेशभर में कर्फ्यू जैसी स्थिति हो जाती है और विभिन्न मार्गों से गुजरने वाले व्यक्तियों पर पुलिस की निगरानी होती है। शनिवार और रविवार को तो चौबीस घंटे पुलिस की निगरानी रहती है। बाजारों के सायं चार बजे तक खुलने से व्यापारी वर्ग को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। व्यापारियों के यह समझ नहीं आ रहा कि जब सभी पड़ोसी राज्यों में बाजार रात 8 बजे तक के लिए खोल दिए गए है, तब राजस्थान में ऐसा क्यों नहीं हो रहा? भीषण गर्मी में आम तौर पर बाजारों में खरीदारी शाम को ही होती है। जब चार बजे बाजार बंद हो जाते हैं तब दुकानदारी पर प्रतिकूल असर पड़ता है। व्यापारिक संगठनों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लगातार आग्रह किया है कि बाजारों को रात 8 बजे तक खोला जाए। इस संबंध में मुख्यमंत्री के पास ज्ञापन भी भिजवाए गए हैं। प्रदेश में गत 16 अप्रैल से लॉकडाउन लागू किया गया था। 8 जून से बाजरों को चार बजे तक खोलने की अनुमति दी गई थी, लेकिन अब सभी व्यापारी चाहते हैं कि बाजारों को रात 8 बजे तक खोला जाए ताकि कारोबार को पटरी पर लाया जा सके। यहां यह उल्लेखनीय है कि गत वर्ष भी कोरोना काल में जब कांग्रेस ने राजनीतिक संकट हुआ था तब भी दो बार प्रदेश की सीमाओं को सील कर दिया गया था। तब भी यह चर्चा थी कि विधायकों के राजस्थान से बाहर जाने पर रोक लगाने के लिए ही सीमाओं को सील किया गया है। गत 11 जून से प्रतिद्वंदी नेता सचिन पायलट दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं, हालांकि गत वर्ष की तरह इस बार बड़ी संख्या में कांग्रेस के विधायक दिल्ली नहीं जा रहे, लेकिन संतुष्ट गतिविधियां राजस्थान में ही लगातार हो रही है। कांग्रेस के विधायक ही अपनी सरकार पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। ऐसी स्थिति में विधायकों के साथ साथ उनके समर्थकों पर भी निगरानी रखी जा रही है। सायं चार बजे बाद बाजार बंद होने पर निगरानी का काम प्रभावी तरीके से हो सकता है। अनेक व्यापारियों का कयास है कि राजनीतिक खींचतान का दंड दुकानदारों को दिया जा रहा है। सरकार के पास कोरोना संक्रमण को लेकर अब ऐसा कोई कारण नहीं है जिसकी वजह से बाजारों को चार बजे तक ही खोला जाए। S.P.MITTAL BLOGGER (15-06-2021)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9799123137To Contact- 9829071511