केन्द्र सरकार के पैसे पर चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा वाहवाही क्यों ले रहे हैं? भाजपा विधायक देवनानी ने अजमेर में 45 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले सर्जरी ब्लॉक का मुद्दा उठाया। कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र की हत्यारी है। राहुल गांधी के बयान अब कोई मायने नहीं रखते हैं।
पूर्व मंत्री और अजमेर उत्तर क्षेत्र के भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा द्वारा अजमेर में जेएलएन अस्पताल परिसर में 300 बेड का नया सर्जरी ब्लॉक बनाने की घोषणा पर सवाल उठाया है। देवनानी ने कहा कि सरकार ने जो प्रेस नोट जारी किया है, उसमें बताया गया है कि सर्जरी ब्लॉक का निर्माण स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत किया जाएगा, लेकिन इसे चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा की सौगात बताया गया है। प्रेस नोट की भाषा से ऐसा लगता है कि यह काम राज्य सरकार करवा रही है। देवनानी ने कहा कि स्मार्ट सिटी परियोजना के कार्यों में केन्द्र सरकार का पैसा खर्च हो रहा है, जब 300 बेड का नया अस्पताल भवन स्मार्ट सिटी में बनवाया जा रहा है तो फिर चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा इसे अपनी सौगात क्यों बता रहे हैं? देवनानी ने कहा कि अजमेर में नया अस्पताल भवन बने यह अच्छी बात है, लेकिन इसका श्रेय केन्द्र सरकार को दिया जाना चाहिए। देवनानी ने कहा कि रघु शर्मा झूठी वाहवाही लेने में माहिर हैं। देवनानी ने फिर आरोप लगाया कि स्मार्ट सिटी के कार्यों में वित्तीय अनियमितताओं हो रही हैं। जल्द ही एक जांच रिपोर्ट केन्द्र सरकार को भेजी जाएगी।लोकतंत्र की हत्यारी है कांग्रेस:देवनानी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आज 25 जून है और आज के दिन ही वर्ष 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने आपातकाल लागू किया था। पूरा देश जानता है कि आपातकाल में किस तरह लोकतंत्र की हत्या की गई। आज कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर संवैधानिक संस्थाओं को बंधक बनाने का आरोप लगते है, जबकि कांग्रेस को पहले आपातकाल के अपने कारनामों को याद करना चाहिए। किस तरह मीडिया पर सेंसरशिप लगाई गई। लाखों राजनीतिक कार्यकर्ताओं को जेलों में डाला गया। इसके विपरीत आज एनडीए के शासन में महबूबा मुफ्ती जैसी नेता को भी बोलने की पूरी छूट है। पाकिस्तान की तरफदारी करने के बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महबूबा से संवाद कर रहे हैं। इससे ज्यादा आजादी और लोकतंत्र की मजबूती और क्या चाहिए।राहुल का बयान अब कोई मायने नहीं:देवनानी ने बताया कि कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी के बयान अब कोई मायने नहीं रखते हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने मोदी उपनाम वाले व्यक्तियों को चोर बताया था। लेकिन इस संबंध में जब सूरत में मानहानि का मामला दर्ज हुआ तो 24 जून को अदालत में उपस्थित होकर राहुल गांधी ने कहा कि मुझे मेरे बयान के बारे में कोई जानकारी नहीं है। देवनानी ने कहा कि इससे पहले भी राहुल गांधी अपने बयानों पर माफी मांग चुके हैं। राहुल गांधी आरोप लगाने के बाद भाग जाते हैं। इसलिए देश की जनता अब राहुल गांधी के बयानों को गंभीरता के साथ नहीं लेती है। राहुल के बयान और आरोप अक्सर सच्चाई से दूर होते हैं।S.P.MITTAL BLOGGER (25-06-2021)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9799123137To Contact- 9829071511