अजमेर में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का जन्मदिन तो धूमधाम से मना लेकिन वार्ड चुनाव में कांग्रेस बुरी तरह हार गई।
28 जुलाई को अजमेर नगर निगम और किशनगढ़ नगर परिषद के एक एक वार्ड के उपचुनाव का परिणाम घोषित हुआ। इसमें कांग्रेस उम्मीदवारों को बुरी हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस की यह बुरी हार तब हुई जब दो दिन पहले 26 जुलाई को ही प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का जन्मदिन जिलेभर में धूमधाम से मनाया गया। 26 जुलाई को ही इन दोनों वार्डों में मतदान हुआ था। ऐसा प्रतीत होता है कि मतदान वाले दिन कांग्रेस के कार्यकर्ता मंत्री का जन्मदिन मनाने में व्यस्त रहे और कांग्रेस की हार हो गई। मालूम हो कि रघु शर्मा के जन्मदिन पर अजमेर सहित ब्यावर, किशनगढ़, केकड़ी, नसीराबाद में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। अखबारों में बड़े बड़े विज्ञापन दिए गए। लाखों रुपए के विज्ञापन देने वालों में चिकित्सा विभाग के अधिकारी भी शामिल थे। कोरोना काल में महंगी दवाई बेचने वाले कैमिस्ट एसोसिएशनों ने भी रघु शर्मा के लिए अखबारों में शुभकामनाएं संदेश छपवाए। यानी मंत्री जी का जन्मदिन मनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई। लेकिन 28 जुलाई को नगर निगम के वार्ड संख्या 28 में भाजपा की उम्मीदवार गीता जांगिड़ ने 783 मतों से कांग्रेस की उम्मीदवार बेला शर्मा को हरा दिया। इसी प्रकार किशनगढ़ नगर परिषद के वार्ड संख्या 46 में भाजपा के उम्मीदवार भैरव लाल सैनी ने कांग्रेस के उम्मीदवार पन्नालाल सांखला को 654 मतों से हरा दिया। कांग्रेस की यह बार इसलिए भी मायने रखती है कि मतदान से पहले अजमेर नगर निगम और किशनगढ़ नगर परिषद में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को मनोनीत पार्षद नियुक्त किया गया था। अजमेर जिले में सभी राजनीतिक नियुक्तियां रघु शर्मा की सिफारिश से ही होती है। जन्मदिन के अवसर पर भी समर्थकों ने यह दिखाने की कोशिश की कि रघु शर्मा अजमेर जिले के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता है, लेकिन दो वार्डों के चुनाव परिणाम बताते हैं कि जिले में कांग्रेस की स्थिति बेहद कमजोर है। रघु शर्मा के समर्थक भले ही जन्मदिन धूमधाम से मना ले, लेकिन वार्ड चुनाव जीतने की स्थिति में नहीं है।