अमिताभ बच्चन को तो पता नहीं कि वे किस उत्पाद का विज्ञापन कर रहे हैं। लेकिन विज्ञापन के बाद उत्पाद की बिक्री बढ़ जाती है। विज्ञापन में सेलिब्रिटी को देखकर उत्पाद खरीदने वाले सबक लें। क्या 79 साल के बढ़े अमिताभ बच्चन एक साथ डेढ़ किलो बीकाजी की भुजिया खा सकते हैं?
12 अक्टूबर को 79 वर्ष पूरे करने पर मुंबइया हिन्दी फिल्मों के सुपर स्टार अमिताभ बच्चन ने स्वयं का कमला पसंद पान मसाला के विज्ञापन से अलग कर लिया है। अमिताभ का कहना है कि उन्हें पता नहीं था कि पान मसाला स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। अब वे ऐसे किसी भी उत्पाद का विज्ञापन नहीं करेंगे, जिसके सेवन पर सरकार भी चेतावनी देती है। कमला पसंद पान मसाले के पाउच पर साफ लिखा है कि यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। अमिताभ बच्चन के इस कथन से जाहिर है कि वे जिस उत्पाद का विज्ञापन करते हैं उसकी उन्हें जानकारी नहीं होती है। कमला पसंद पान मसाले के विज्ञापन में अमिताभ को पान मसाला खाते हुए दिखाया गया है। अब भले ही अमिताभ को देखकर नासमझ लोग कमला पसंद पान मसाला खाने लगे, लेकिन हकीकत यह है कि अमिताभ ने तो इस पान मसाले को चखा तक नहीं है। ऐसे बहुत सारे सेलिब्रिटी हैं जिन्हें विज्ञापन वाले उत्पाद की कोई जानकारी नहीं होती है, लेकिन विज्ञापन बनाने वाले ऐसा दिखाते हैं कि स्टार का पसंद वाला यही उत्पाद है। इससे बाजार में घटिया और हानिकारक उत्पाद की भी बिक्री बढ़ जाती है। जो लोग हीरा-हीरोईनों को देखकर उत्पाद खरीदते हैं, उन्हें अमिताभ बच्चन के ताजा कथन से सबक लेना चाहिए। जहां तक फिल्म स्टारों और अन्य सेलिब्रिटी के विज्ञापन करने का सवाल है तो उन्हें इसकी वज में लाखों करोड़ों रुपए का भुगतान मिलता है। विज्ञापन का भुगतान कोई भी निर्माता अपनी जेब से नहीं करता। स्टर को दी जानी वाली राशि भी उपभोक्ता से वसूली जाती है। जिस उत्पाद का विज्ञापन जितना बड़ा स्टार करता है, वह उत्पाद उतना ही महंगा होता है। जबकि स्थानीय स्तर पर ऐसे उत्पाद आधी कीमत में ही मिल जाते हैं। बीकाजी भुजिया के विज्ञापन में क्रिकेट मैच के दौरान अमिताभ को एक साथ तीन पैकेट की भुजिया खाते दिखाया गया है। एक पैकेट में आधा किलो भुजिया आती है। क्या 79 साल की उम्र में अमिताभ बच्चन एक दिन में डेढ़ किलो भुजिया खा सकते हैं? उत्पाद का विज्ञापन अमिताभ करें या शाहरुख खान या फिर क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी, उपभोक्ताओं को बाजार का अध्ययन करने के बाद ही उत्पाद खरीदना चाहिए। फिल्मों की हीरोईने जिन उत्पादों का विज्ञापन कर रही है, उनमें तो ज्यादा समझदारी दिखानी चाहिए। जिन विज्ञापन में अश्लीलता दिखाई देती हैं उनके उत्पादों का तो बहिष्कार किया जाना चाहिए। उन निर्माताओं को शर्म आनी चाहिए जो फिल्मों के कलाकारों को अर्धनग्न दिखाकर अपने उत्पाद बेचते हैं। S.P.MITTAL BLOGGER (13-10-2021)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9799123137To Contact- 9829071511