17 सितंबर को तेरापंथ समाज देशभर में तीन लाख यूनिट रक्त एकत्रित करेगा। इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन भी है। लम्पी स्किन डिजीज से मरे पशुओं का मुआवजा पशुपालकों को दिलवाया जाए। स्वास्थ्य गाय अब गौशालाओं में शिफ्ट हो-ज्ञान सारस्वत।

जैन श्वेताम्बर तेरापंथ समाज की युवा परिषद की ओ रसे आगामी 17 सितंबर को देशभर में रक्तदान शिविर लगाए जाएंगे। एक ही दिन में तीन लाख यूनिट रक्त एकत्रित करने का लक्ष्य रखा गया है, जिस दिन शिविर लगेंगे उस दिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन भी है। अजमेर के तेरापंथ के अध्यक्ष अशोक छाजेड़ और रक्तदान शिविर के संयोजक वरुण पीतलिया ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने भी हमारे इस अभियान का समर्थन किया है। हो सकता है कि इस दिन पीएम मोदी भी रक्तदान करे। देश भर में रक्तदान शिविर गुरुदेव आचार्य महाश्रमण की प्रेरणा से लगाए जा रहे हैं। इन शिविरों में कोई भी व्यक्ति रक्त दे सकता है। तेरा पंथ समाज के युवक अधिक से अधिक रक्त दे, इसके लिए समाज के युवाओं की सूची बनाई जा रही है। वर्ष 2012 में प्रत्येक 2 वर्ष में ऐसे शिविर लगाए जा रहे हैं। वर्ष 2014 में एक ही दिन में एक लाख यूनिट से ज्यादा का रक्त एकत्रित किया गया थ। हालांकि कोरोना काल में 2020 में 55 हजार यूनिट रक्त ही एकत्रित हुआ। लेकिन इस बार तेरापंथ समाज के युवाओं में रक्तदान को लेकर जबरदस्त उत्साह है। गुरुदेव महाश्रमण  भी चाहते हैं कि समाज के युवा अधिक से अधिक संख्या में रक्तदान करे। गुरुदेव महाश्रमण का मानना है कि रक्तदान करने से अनेक व्यक्तियों की जान बचाई जा सकती है। यदि रक्त देकर किसी की जान बचती है तो इससे बड़ा पुण्य का काम नहीं हो सकता। छाजेड़ और पितलिया ने बताया कि अजमेर में 17 सितंबर को रक्तदान शिविर सुंदर विलास स्थित तेरापंथ भवन में प्रात: 9 बजे से शुरू होगा। शिविर के संबंध में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9509306237 पर अशोक छाजेड़ और 7850067059 पर वरुण पीतलिया से ली जा सकती है।
मुआवजा मिले:
लम्पी स्किन डिजीज से मरे पशुओं खासकर गाय पालकों को मुआवजा दिलाए जाने की मांग को लेकर अजमेर के पशु पालक और पार्षद ज्ञान सारस्वत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है। सारस्वत ने कहा कि दुधारू गायों की कीमत बहुत ज्यादा है, चूंकि लम्पी रोग से बड़ी संख्या में गायों की मौत हुई इसलिए पशु पालकों को मुआवजा मिलना चाहिए। इसके साथ ही सारस्वत ने अजमेर के जिला कलेक्टर अंशदीप से आग्रह किया है कि नगर निगम के कांजी हाउस और पशुपालन विभाग के आइसोलेशन सेंटर में स्वास्थ्य गायों को जिलेभर की गौशालाओं में शिफ्ट किया जाए। सारस्वत ने कहा कि गौशालाएं सरकार और सहयोग से संचालित होती है, इसलिए गायों को रखने का दायित्व और आइसोलेशन सेंटर की गायों को गौशालाओं में रखा जाए, जिससे सड़कों पर आवारा पशु भी देखने को नहीं मिलेंगे। कांजी हाउस की गायों को जंगलों में छोड़ा जाता है, ऐसी गाय फिर से शहरों की आरे आ जाती है। सड़कों पर गायों के बैठने से दुर्घटनाएं भी होती है। कई बार बुजुर्ग नागरिक ऐसी दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं। कलेक्टर को इस मामले में सख्ती दिखाने की जरूरत है। सारस्वत ने बताया कि लम्पी स्किन डिजीज के दौर में उनकी टीम ने घर घर जाकर पशुपालकों को मदद की है। आज भी सूचना मिलने पर उनकी टीम के सदस्य संक्रमित पशुओं का इलाज मौके पर जाकर करते हैं। उन्होंने बताया कि जो गाय रोग मुक्त हो गई है, उन्हें पौष्टिक आहार की जरूरत है। सारस्वत ने लोगों से अपील की है कि गौ शालाओं में भी पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाए। इस मामले में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 8058796562 पर ज्ञान सारस्वत से ली जा सकती है। 

S.P.MITTAL BLOGGER (25-08-2022)
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