शरीर में संगीत बजता रहे, इसलिए मानव सेवा की भावना बनी रहनी चाहिए-कृष्णानंद महाराज। सप्तक और संगीता स्मृति सेवा संस्थान की ओर से ईश्वर पारवानी, पूरण सिंह चौहान, कुलदीप गहलोत, सुश्री सीमा टांक व एसपी मित्तल का सम्मान।

एक सितंबर को अजमेर स्थित माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सभागार में सांस्कृतिक संस्था सप्तक और संगीता स्मृति सेवा संस्थान की ओर से प्रणाम कार्यक्रम हुआ। समारोह में सामाजिक संस्ािा लड़ली घर के प्रमुख स्वामी कृष्णानंद महाराज ने कहा कि शरीर में जब तक संगीत बजता है, तब तक मनुष्य की सांसे चलती है। संगीत की आवाज बंद होते ही मनुष्य की मृत्यु हो जाती है। मनुष्य के शरीर से हारमोनियम, गिटार, ढोलक, तबला आदि सभी वाद्य यंत्रों की आवाज आती है। बस, संगीत की इन आवाजों को समझने की जरूरत है। बहुत से मनुष्य खुद के लिए  जीते हैं, लेकिन समाज उन्हीं मनुष्यों को याद रखता है जो दूसरों के लिए जीते हैं। संगीत को मनुष्य के शरीर से जोड़ते हुए कृष्णानंद महाराज ने कहा कि जो मनुष्य मानव सेवा का कार्य करता है, उसके शरीर में हमेशा संगीत बजता है। मेरा मानना है कि मानव सेवा कर मनुष्य लंबे समय तक जीवित रह सकता है। कृष्णानंद महाराज ने संगीता स्मृति सेवा संस्था के अध्यक्ष सुनील दत्त जैन और सप्तक के संयोजक ललित शर्मा को परोपकार से जुड़े इस सुंदर समारोह को करने के लिए आभार जताया। समारोह में संस्था के अध्यक्ष जैन ने कहा कि संस्थान का उद्देश्य मानव सेवा ही है। इसके साथ ही उन संस्थाओं की आर्थिक मदद भी की जाएगी जो मानव और गौ सेवा में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। व्यक्तिगत स्तर पर जरूरतमंद व्यक्तियों को भी सहयोग दिया जाएगा। संस्थान के उद्देश्य के अनुसार ही समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले पांच व्यक्तियों का सम्मान किया। सम्मानित करने वालों में स्वामी कृष्णानंद महाराज के साथ साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी बसंत विजयी वर्गीय, जेएस राणा, वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र गुंजल आदि शामिल रहे। समारोह में विधायक वासुदेव देवनानी, अनिता भदेल, पूर्व मेयर धर्मेन्द्र गहलोत, पूर्व जिला प्रमुख श्रीमती सरिता गैना, पेट्रोलियम कंपनी के निदेशक प्रो. भगवती प्रसाद सारस्वत, डिप्टी मेयर नीरज जैन, सोमरत्न आर्य, प्रदीप शर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता हरीश गिद्वानी आदि उपस्थित रहे। समाज में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए इन व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। 
ईश्वर पारवानी: अजमेर के सेल्स टैक्स विभाग से लेखा अधिकारी के पद से रिटायर हुए ईश्वर परवानी लंबे अरसे से थैलेसीमिया रोग से पीड़ित बच्चों के लिए रक्त एकत्रित करने का काम कर रहे हैं। परवानी ने अपने दम पर अब तक 18 हजार यूनिट रक्त एकत्रित किया है। थैलेसीमिया रोग से पीड़ित बच्चों को दस दिन से लेकर एक माह की अवधि में रक्त की जरूरत होती है। कई बच्चे रक्त के अभाव में मर जाते हैं। अजमेर में रक्त के अभाव में थैलेसीमिया रोग से पीड़ित कोई बच्चा न मरे इसके लिए पारवानी ने यहां के जेएलएन अस्पताल में रक्त का इंतजाम कर रखा है। अपनी सोसायटी में पारवानी ने मौजूदा समय में भी 270 बच्चों को रजिस्ट्रेशन कर रखा है। इन बच्चों को जिस वक्त रक्त की जरुरत होती है, उसी वक्त रक्त उपलब्ध करवाया जाता है। रक्त चढ़ाने में कोई परेशान न हो इसके लिए पारवानी की पहल पर अस्पताल में दो वार्ड बनाए गए हैं। इन वार्डों में थैलेसीमिया रोग से पीड़ित बच्चों का ही इलाज होता है। 
पूरण सिंह चौहान: समारोह में अजमेर के नाड़ी विशेषज्ञ पूरण सिंह चौहान का भी सम्मान किया गया। हालांकि चौहान ने मेडिकल साइंस नहीं पढ़ी है, लेकिन मेडिकल साइंस के विशेषज्ञ भी मानते हैं कि चौहान के हाथों में चमत्कार है, जिसकी वजह से शरीर के अनेक रोग दूर हो जाते हैं। चौहान के निवास पर देश भर से तो पीड़ित व्यक्ति आते ही है, लेकिन अब चौहान के कैम्प विदेशों में भी लगने लगे हैं। यूएई के हर प्रांत में चौहान के शिविर लग चुके हैं। शिविर लगाने का कोई शुल्क नहीं लिया जाता है। जो पीड़ित घर पर भी आता है, उसका इलाज भी निशुल्क किया जाता है। चौहान पिछले 52 वर्षों से मानव सेवा का कार्य कर रहे हैं। 
कुलदीप गहलोत: अजमेर में पर्यावरण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कुलदीप गहलोत का भी संस्थान की ओर से सम्मान किया गया। गहलोत अपने खर्चे से शहर के प्रमुख डिवाइडरों पर पेड़ लागते हैं। पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से समय समय पर पौधों का नि:शुल्क वितरण भी करते हैं। पर्यावरण के प्रति जागरुकता के लिए भी गहलोत की ओर से अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। 
सुश्री सीमा टांक: अजमेर जिले के बिजयनगर में बाड़ी माता मंदिर की उपासक सुश्री सीमा टांक का भी सम्मान किया गया। सुश्री टांक अपने पिता से मिली विरासत को संभालते हुए मंदिर परिसर में ही गौशाला का संचालन कर रही हैं। गौशाला में एक हजार से भी ज्यादा गाय हैं। लम्पी स्किन डिजीज के दौर में भी सीमा टांक ने गौ माता की सेवा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। 
एसपी मित्तल: सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेट फार्म पर 9 हजार से भी ज्यादा ब्लॉक पोस्ट करने वाले पत्रकार एसपी मित्तल का भी सम्मान किया गया। 
भजनों की प्रस्तुति:
समारोह में सांस्कृतिक संस्था सप्तक की ओर से भजनों की प्रस्तुति भी दी गई। कलाकार विवेक पारीक, भारती सोनी, नवदीप, नरेंद्र जैन, राजीव सक्सेना, डॉ. नसीर मदनी, मुकेश परिहार, सतीश दीक्षित, योगेश झा, सुनील जैन, दयाल सोनी, रविन्द्र जैन आदि ने विभिन्न फिल्मों के भजनों का गायन किया। संस्था के संयोजक ललित शर्मा ने बताया कि संस्था से जुड़े सभी कलाकार सेवा की भावना से कार्यक्रम आयोजित करते हैं। 

S.P.MITTAL BLOGGER (02-09-2022)
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