आखिर शांति सफलता और एकजुटता के साथ पुष्कर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का सवा लाख दीपदान और महाआरती का कार्यक्रम हो ही गया। आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ की राजनीतिक रणनीति सफल रही।
1 नवंबर को पुष्कर तीर्थ में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का सवा लाख दीपों का दान और सरोवर किनारे महाआरती का कार्यक्रम पूरी तरह सफल रहा। इस कार्यक्रम को लेकर पूर्व में अनेक आशंका व्यक्त की जा रही थी, लेकिन राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ की राजनीतिक रणनीति के कारण मुख्यमंत्री के कार्यक्रम शांति और नेताओं की एकजुटता के साथ सफल हो गए। इसे राठौड़ की सफल रणनीति ही कहा जाएगा कि स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्टों के लोकार्पण के समय भाजपा के सांसद भागीरथ चौधरी पुष्कर के विधायक सुरेश सिंह रावत आदि मौजूद रहे। जबकि अजमेर में भाजपा के विधायक वासुदेव देवनानी, डिप्टी मेयर नीरज जैन, भाजपा के वरिष्ठ नेता और यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष धर्मेश जैन ने स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्टों में हुए भ्रष्टाचार का राग अलापते रहे। डिप्टी मेयर जैन ने तो लोकार्पण से पहल उस पत्र को सार्वजनिक किया, जिसमें केंद्र सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कराने के आदेश दिए। लेकिन अजमेर के भाजपा नेताओं के इस विरोध को धर्मेन्द्र राठौड़ ने सांसद और विधायक की उपस्थिति धराशायी करवा दिया। अब जब भाजपा के सांसद और विधायक ही मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं तो फिर कुछ नेताओं के विरोध का कोई मायने नहीं है। जहां तक कांग्रेस नेताओं का सवाल था, तो सचिन पायलट गुट के नेता भी गहलोत के साथ नजर आए। पूर्व विधायक और प्रदेश कांग्रेस कमेटी की उपाध्यक्ष श्रीमती नसीम अख्तर की मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की तैयारियों में कोई भूमिका नहीं रही। लेकिन मुख्यमंत्री के आगमन पर श्रीमती अख्तर भी उनके साथ नजर आई। इसके अलावा अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी, बगरु की विधायक गंगादेवी, नसीराबाद के पूर्व विधायक रामनारायण गुर्जर, महेंद्र गुर्जर, बीज निगम के अध्यक्ष धीरज गुर्जर, नसीराबाद के विधायक रामस्वरूप लांबा, पूर्व विधायक कयूम खान, डॉ. राजकुमार जयपाल, डॉ. श्रीगोपाल बाहेती, सलावत खां, रमेश बोराणा आदि भी उपस्थित रहे। पुष्कर मेले के इतिहास में यह पहला मौका रहा जब पवित्र सरोवर के घाटों पर सवा लाख दीपक जलाए गए। इसमे कोई दो राय नहीं कि यह एक अच्छी शुरुआत है। राजस्थान पत्रिका अजमेर संस्करण के अनिल कैले ने बताया कि पिछले दिनों आरटीडीसी के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ पत्रिका कार्यालय आए थे, तभी पत्रकार साथियों ने राठौड़ का पुष्कर मेले में दीपदान की सलाह दी थी। इस सलाह के बाद ही सवा लाख दीपकों का सरोवर के घाटों पर जलाने का निर्णय लिया गया। पुष्कर तीर्थ पुरोहित संघ ने भी दीप दान के आयोजन की प्रशंसा की है। पुरोहित संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि यह अच्छी बात है कि इस धार्मिक मौके पर मुख्यमंत्री स्वयं उपस्थित हुए हैं। पुष्कर दौरे के दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि पुष्कर के विकास के लिए जो भी संभव होगा, उसे किया जाएगा।
S.P.MITTAL BLOGGER (02-11-2022)
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