500 पाकिस्तानी जायरीन की मेहमान नवाजी के लिए 15 दिनों तक 1500 छात्राओं की पढ़ाई बंद। ख्वाजा साहब के उर्स में आने वाला पाक जायरीन का दल गवर्नमेंट सेंट्रल गर्ल्स स्कूल में ठहरेगा। अजमेर में तेलंगाना हाउस के लिए भूमि आवंटन का विरोध। कलेक्टर को ज्ञापन
सब जानते हैं कि पाकिस्तान में रह रहे हिन्दू और सिक्खों के साथ धर्म के आधार पर किस तरह का अत्याचार किया जाता है, लेकिन ख्वाजा साहब के सालाना उर्स में आने वाले 500 जायरीन की मेहमान नवाजी के लिए अजमेर में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। ख्वाजा उर्स में सरकारी स्तर पर पाकिस्तान से जायरीन दल के आने की परंपरा रही है। इसी परंपरा के अंतर्गत इस बार 23 जनवरी को पाकिस्तान से 500 जायरीन का एक दल अजमेर आ रहा है। ख्वाजा साहब का छह दिवसीय उर्स भी रजब माह का चांद दिखने पर 22 जनवरी या 23 जनवरी से शुरू हो जाएगा। सरकारी सूत्रों के अनुसार पाक जायरीन दल अजमेर में 2 फरवरी तक रहेगा। पाक जायरीन को अजमेर के पुरानी मंडी स्थित गवर्नमेंट सेंट्रल गर्ल्स स्कूल में ठहराया जाएगा। इस स्कूल में 1500 छात्राएं अध्ययन करती हैं। जिन कमरों में छात्राओं की कक्षाएं लगती हैं, उन्हीं में पाक जायरीन ठहरेंगे। ऐसी स्थिति में जिला प्रशासन 15 दिनों के लिए स्कूल को अपने अधीन ले रहा है। स्वाभाविक हैं कि 15 दिनों तक स्कूल में छात्राओं की पढ़ाई नहीं होगी। पाक जायरीन जब भी ख्वाजा उर्स में आते है, तब इसी स्कूल में ठहराया जाता है। हालांकि कई बार अभिभावकों ने 15 दिनों के लिए छात्राओं की पढ़ाई बंद किए जाने पर विरोध जताया है, लेकिन ऐसे अभिभावकों की कोई सुनवाई नहीं होती। प्रशासन ने अभी तक भी पाक जायरीन के लिए वैकल्पिक आवास के इंतजाम नहीं किए हैं। इसलिए पाक जायरीन के आने पर स्कूल को बंद कर दिया जाता है। प्रशासन का तर्क है कि सेंट्रल गर्ल्स स्कूल ख्वाजा साहब की दरगाह के निकट है, इसलिए जायरीन को इसी स्कूल में ठहराया जाता है। पाक जायरीन जब स्कूल में ठहरते हैं तो जियारत के लिए आना जाना लगा रहता है। सुरक्षा की दृष्टि से भी सेंट्रल गर्ल्स स्कूल को उपयुक्त माना गया है। पाक जायरीन की सुरक्षा के भी विशेष इंतजाम किए जाते हैं। एक एक जायरीन पर खुफिया नजर होती है। जायरीन जब स्कूल परिसर से बाहर निकलते हैं, तब भी उन पर निगरानी रखी जाती है। पाक जायरीन की सुविधा के लिए जिला कलेक्टर अंशदीप ने 18 जनवरी को ही सेंट्रल गर्ल्स स्कूल परिसर का दौरा भी किया है। एक दो दिन में स्कूल परिसर को प्रशासन अपने कब्जे में ले लेगा।
तेलंगाना हाउस का विरोध:
अजमेर विकास प्राधिकरण ने राज्य सरकार की अनुशंसा पर कोटड़ा स्थित पत्रकार कॉलोनी के सामने पांच हजार वर्ग मीटर भूमि तेलंगाना हाउस के लिए आवंटित की है। यहां तेलंगाना सरकार की ओर से निर्माण करवाया जाएगा। यही वजह है कि यह जमीन बहुत ही रियायती दर पर दी गई है। अजमेर में ख्वाजा साहब की दरगाह के जियारत के लिए आने वाले तेलंगाना प्रांत के लोगों को आवास की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए ही अजमेर में तेलंगाना हाउस का निर्माण करवाया जाएगा। चूंकि तेलंगाना हाउस के लिए आवासीय कॉलोनी में भूमि का आवंटन किया गया है, इसलिए कोटड़ा क्षेत्र के नागरिकों में रोष व्याप्त है। 19 जनवरी को अजमेर सकल समाज की ओर से जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन देकर भूमि का आवंटन रद्द करने की मांग की गई है। कलेक्टर को ज्ञापन देने वालों में भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी, सुनील दत्त जैन, सुभाष काबरा, डिप्टी मेयर नीरज जैन, सतीश बंसल, विनीत जैमन आदि शामिल रहे। प्रतिनिधियों ने आशंका जताई कि आवासीय कॉलोनी में तेलंगाना हाउस बनने से माहौल खराब होगा।
S.P.MITTAL BLOGGER (19-01-2023)
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