अजमेर के जिस सरकारी स्कूल में 31 मार्च को दोपहर बारह बजे तक बोर्ड की परीक्षा होगी उसी स्कूल के मैदान पर दोपहर तीन बजे मुख्यमंत्री की उपस्थिति वाला कांग्रेस का संभाग स्तरीय सम्मेलन होगा। सरकार के डंडे के आगे शिखा बोर्ड से लेकर प्रशासन तक नतमस्तक।
अजमेर में 31 मार्च को होने वाला सत्तारूढ़ कांग्रेस का संभाग स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन अब सिविल लाइन स्थित राजकीय जवाहर सीनियर हायर सेकेंडरी स्कूल के मैदान पर होगा। इस सम्मेलन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा के साथ संभाग के मंत्री विधायक और करीब आठ हजार कार्यकर्ता भाग लेंगे। अजमेर संभाग में अजमेर, भीलवाड़ा, नागौर और टोंक जिले आते हैं। स्वाभाविक है कि इतने बड़े आयोजन की व्यापक तैयारियां होगी। तीन बजे होने वाले सम्मेलन के लिए कार्यकर्ताओं की चहल पहल सुबह से ही शुरू हो जाएगी। लेकिन सबसे गंभीर बात यह है कि इसी जवाहर स्कूल में 31 मार्च को राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 12वीं गणित की परीक्षा भी होगी। यह परीक्षा सुबह नौ बजे से दोपहर बारह बजे तक होगी। शिक्षा बोर्ड ने जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग को निर्देश दे रखे हैं कि विद्यार्थियों की परीक्षा में कोई व्यवधान नहीं हो। सवाल उठता है कि क्या इतने बड़े राजनीतिक सम्मेलन से बोर्ड परीक्षा में व्यवधान नहीं होगा? बोर्ड परीक्षा वाले दिन ही कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन को अनुमति देना समझ से परे हैं। शिक्षा बोर्ड अपनी परीक्षाओं के लिए जिला परीक्षा संचालन कमेटी भी बनाता है। इस कमेटी के अध्यक्ष जिला कलेक्टर और सह अध्यक्ष पुलिस अधीक्षक होते हैं। लेकिन अजमेर कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन के लिए जिला कलेक्टर अंशदीप और पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट ने ही जवाहर स्कूल के मैदान की अनुमति दे रहे हैं। हालांकि बोर्ड परीक्षा करवाने की जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की भी होती है। लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार के डंडे के आगे सभी सरकारी विभाग नतमस्तक हैं। प्रशासन की अनुमति अपनी जगह है, लेकिन कांग्रेस ने सम्मेलन की तैयारियां जाहर स्कूल में शुरू कर दी है। यहां पर खास तौर से उल्लेखनीय है कि परीक्षा आयोजन करने वाले माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का मुख्यालय जवाहर स्कूल के निकट ही है। इस समय संभागीय आयुक्त ही बोर्ड के प्रशासक है।
पार्किंग की भी समस्या:
जवाहर स्कूल अजमेर शहर की घनी आबादी वाला क्षेत्र सिविल लाइन में है। स्कूल के सामने की सड़क की चौड़ाई मुश्किल से पचास फीट होगी। स्कूल के आसपास ऐसा कोई स्थान नहीं है, जहां टूव्हीलर भी खड़े किए जा सके। जबकि सम्मेलन में टोंक, भीलवाड़ा और नागौर से भी कार्यकर्ता फोर व्हीलर में आएंगे। स्वाभाविक है कि वाहनों को दूर दराज में खड़ा करना होगा।
S.P.MITTAL BLOGGER (29-03-2023)
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