दिल्ली में कांग्रेस का घोषणा पत्र जारी हो गया तो फिर 6 अप्रैल को जयपुर में कौन सा घोषणा पत्र जारी होगा। तो राजस्थान में कांग्रेस 25 में से 3 सीट समझौते में दे देगी।
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर 3 अप्रैल को अपना गारंटी कार्ड जारी कर दिया। इन गारंटियों के अनुरूप ही 5 अप्रैल को दिल्ली में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने घोषणा पत्र भी जारी कर दिया। सवाल उठता है कि जब गारंटियों के आधार पर घोषणा पत्र जारी हो गया है तो फिर 6 अप्रैल को जयपुर में कांग्रेस का कौन सा घोषणा पत्र जारी होगा? हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, कांग्रेस विधायक दल के नेता टीकाराम जूली आदि ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि कांग्रेस का घोषणा पत्र जयपुर से जारी होगा। इस घोषणा पत्र को जारी करने के लिए सोनिया गांधी के साथ साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी जयपुर आएंगी। इन नेताओं का कहना रहा कि राजस्थान के लिए यह सम्मान की बात है कि कांग्रेस का घोषणा पत्र जयपुर से जारी हो रहा है। घोषणा पत्र के जारी होने को राजस्थान के लिए बड़ी उपलब्धि भी मानी गई है। भीड़ जुटाने के लिए जयपुर के आसपास के जिलों से कांग्रेस नेताओं की बैठक भी की गई। लेकिन अब जब दिल्ली में घोषणा पत्र जारी हो गया है, तब राजस्थान में जारी होने वाले घोषणा पत्र समारोह का महत्व कम हो गया है।
तीन सट समझौते में:
राजस्थान में लोकसभा की 25 सीटें हैं। कांग्रेस ने सीकर में सीपीएम आई और नागौर में आरएलपी से गठबंधन कर लिया है। अब माना जा रहा है कि बांसवाड़ा-डूंगरपुर सीट पर भी कांग्रेस भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) से समझौता कर लेगी। इस सीट पर 4 अप्रैल को नामांकन की अंतिम तिथि थी, इसी दिन कांग्रेस ने विधायक अर्जुन बामनिया को उम्मीदवार घोषित किया, लेकिन बामनिया ने नामांकन दाखिल करने से इंकार कर दिया। फलस्वरूप ऐन मौके पर अरविंद डामोर ने कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर नामांकन किया। असल में कांग्रेस इस सीट पर बीएपी के उम्मीदवार राजकुमार रोत को समर्थन देने की इच्छुक है। ताकि भाजपा उम्मीदवार महेंद्रजीत सिंह मालवीय के सामने चुनौती खड़ी की जा सके। माना जा रहा है कि अरविंद डामोर 8 अप्रैल को बीएपी के समर्थन में नाप वापस ले लेंगे। यानी 25 में से 3 सीटों पर कांग्रेस का गठबंधन हो जाएगा। कांग्रेस ऐसा तब कर रही है, जब भाजपा ने लगातार तीसरी बार सभी 25 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। जिस प्रकार राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस अपनी कुर्बानी देकर क्षेत्रीय दलों से समझौता कर रही है, उसी प्रकार राजस्थान में भी एक दो विधायकों वाली पार्टी से समझौता किया गया है। सीकर में वाम दल को सीट देकर कांग्रेस स्वयं मजाक का पात्र बनी हुई है। क्योंकि केरल में वायनाड सीट से वामदल राहुल गांधी को हराने का काम कर रहे है। कांग्रेस सीकर में वाम दल के उम्मीदवार अमराराम चौधरी को जिताने का काम कर रही है।
S.P.MITTAL BLOGGER (05-04-2024)
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