प्री मानसून की धार से भाजपा शासित अजमेर नगर निगम की पोल खुली। पुष्कर सरोवर में फिर गंदा पानी समाया। परिक्रमा मार्ग पर सीवरेज का पानी।
21 जून को अजमेर शहर और आस पास के क्षेत्रों में प्री-मानसून की जोरदार बरसात हुई। इस बरसात से लोगों ने गर्मी से राहत तो महसूस की, लेकिन मानसून की धार से भाजपा शासित अजमेर नगर निगम की पोल खुल गई। निगम की ओर से दावा किया गया था कि अधिकांश नालों की सफाई हो गई है, लेकिन 21 जून की रात की बरसात ने निगम की हकीकत उजागर कर दी। नालों में कचरा जमा होने के कारण बरसात का पानी उफन कर सड़कों पर आ गया। निलची बस्तियों में तो प्री मानसून से ही जल जमाव हो गया। आनासागर का ओवरफ्लो पानी भी शहर के बीच से गुजर रही चैनल (नाला) से निकलता है। कई किलोमीटर भी यह नाला अनेक स्थानों से टूटा है। इस चैनल की सफाई न होने की वजह से भी 21 जून को जलजमाव हो गया। गंभीर बात तो यह है कि अब आनासागर के चैनल गेट खोलकर पानी को बाहर निकाला जा रहा है। यह कार्यवाही मानसून की अच्छी बरसात को देखते हुए एडवांस में की जा रही है। यदि आनासागर से पानी की निकासी और मानसून की बरसात एक साथ हो जाती है तो अजमेर में तबाही मच सकती है। असल में भाजपा शासित नगर निगम शहर के किसी भी स्थान पर प्रभावी भूमिका में देखने को नहीं मिल रहा है। मेयर ब्रज लता हाड़ा सिर्फ अखबारों में फोटो छपवाने तक ही सीमित है। मेयर का अपनी पार्टी के पार्षदों और विधायकों से भी तालमेल नहीं है। मेयर की कार्यप्रणाली पर भाजपा विधायक श्रीमती अनिता भदेल ने भी भाजपा के प्रदेश स्तरीय नेताओं का ध्यान आकर्षित किया है। जानकारों का मानना है कि प्री मानसून की बरसात का जो पानी नालों से बाहर आनासागर में आया है उसे आनासागर में फिर से जलकुंभी पनपने की आशंका है। आनासागर से जुड़े नालों में खासकर बांडी नदी के नाले में जलकुंभी भरी पड़ी है।
सरोवर में फिर गंदा पानी:
हिंदुओं के प्रमुख आस्था के केंद्र पुष्कर तीर्थ के पवित्र सरोवर में 21 जून की बरसात में गंदा पानी समा गया। प्रतिवर्ष बरसात के दिनों में सरोवर में गंदा पानी गिरता है। इस बार प्री मानसून से ही गंदा पानी गिरना शुरू हो गया है। पुष्कर सरोवर की पवित्रता को बनाए रखने के लिए संघर्षरत सामाजिक कार्यकर्ता अरुण पाराशर ने 21 जून की बरसात को लेकर एक वीडियो बनाया है। इस वीडियो में जयपुर घाट से गंदा पानी सरोवर में जाता दिख रहा है। इसी प्रकार परिक्रमा मार्ग में तो सीवरेज का गंदा पानी बहता हुआ दीख रहा है। एक ओर पुष्कर तीर्थ में कॉरिडोर के निर्माण की बात कही जा रही है तो दूसरी तरफ पवित्र सरोवर सीवरेज के पानी से घिरा हुआ है। इससे सरोवर की दुर्दशा का अंदाजा लगाया जा सकता है। जिस सरोवर के पानी को श्रद्धालु अमृत मानकर आचमन करते हैं उस सरोवर में बरसात में हर बार गंदा पानी गिरता है। गंदे पानी को रोकने के लिए पुष्कर के भाजपा विधायक और प्रदेश के जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत भी चिंतित है, लेकिन मंत्री की चिंता का समाधान अभी तक भी नहीं हो पाया है। पुष्कर सरोवर की दुर्दशा के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9314261954 पर अरुण पाराशर से ली जा सकती है तथा वीडियो को मेरे फेसबुक पेज www.facebook.com/SPMittalblog पर देखा जा सकता है।
S.P.MITTAL BLOGGER (21-06-2024)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9929383123To Contact- 9829071511