पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के बदले रुख से राजस्थान में भाजपा को और मजबूती मिलेगी। संगठनात्मक बैठक में पहुंचकर राजे ने नवनिर्वाचित विधायकों को बधाई दी। 7वीं की छात्रा ने अपनी गुल्लक के 22 हजार रुपए जय अंबे सेवा समिति वृद्धाश्रम में दिए।
24 नवंबर को जयपुर के भाजपा कार्यालय में संगठन पर्व के तहत संगठनात्मक बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अचानक पहुंची और हाल ही के उपचुनाव में जीते पांचों भाजपा विधायकों को पार्टी का दुपट्टा पहनाकर बधाई दी। राजे ने कहा कि मैं व्यक्तिगत तौर पर नवनिर्वाचित विधायकों को बधाई देना चाहती थी, इसलिए बैठक में आई हंू। विधायकों को बधाई देने के बाद पूर्व सीएम राजे बैठक से चली गई। उन्होंने बताया कि उन्हें जरूरी कार्य से दिल्ली जाना है। हालांकि इस बैठक में प्रदेश प्रभारी राधा मोहन अग्रवाल, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, सदस्यता अभियान के संयोजक अरुण चतुर्वेदी, सक्रिय सदस्यता अभियान के संयोजक ओंकार सिंह लखावत आदि नेता उपस्थित रहे। संगठनात्मक बैठक में राजे के आने को लेकर उनके बदले रुख से जोड़ा जा रहा है। सब जानते हैं कि गत विधानसभा के चुनाव परिणाम के बाद राजे ने भाजपा के चालीस नवनिर्वाचित विधायकों को अपने घर पर बुलाया था। तब इसे राजे का शक्ति प्रदर्शन माना गया। लेकिन उपचुनाव के परिणाम के बाद राजे स्वयं संगठनात्मक बैठक में उपस्थित हुई और नवनिर्वाचित विधायकों का स्वागत किया। जानकारों का मानना है कि राजे के इस बदले हुए रुख से प्रदेश में भाजपा को मजबूती मिलेगी। भले ही राजे ने 7 उपचुनाव में किसी भी सीट पर जाकर प्रचार न किया हो, लेकिन नवनिर्वाचित विधायकों का स्वागत कर राजे ने यह दर्शाने का प्रयास किया है कि वे भाजपा संगठन के साथ खड़ी है। महत्वपूर्ण बात यह है कि विधायकों के सम्मान वाले फोटो वसुंधरा राजे ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर खुद पोस्ट किए हैं।
छात्रा की अनुकरणीय पहल:
अजमेर के मयूर स्कूल में पढ़ने वाली सातवीं कक्षा की छात्रा दक्षायनी सिंह बारहठ ने 24 नवंबर को अपना 12वां जन्मदिन कोटड़ा स्थित जय अंबे सेवा समिति वृद्धाश्रम में मनाया। आश्रम के अध्यक्ष समाजसेवी कालीचरण खंडेलवाल ने बताया कि दक्षायनी ने 22 हजार रुपए की राशि आश्रम में रह रहे वृद्धजनों के लिए दी। यह राशि छात्रा ने अपनी गुल्लक में एकत्रित राशि में से दी। खंडेलवाल ने कहा कि जिस प्रकार दक्षायनी ने अपना जन्मदिन वरिष्ठ नागरिकों के बीच बनाया उससे अन्य परिवारों के बच्चों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी वृद्धाश्रम में वरिष्ठ नागरिक मजबूरी के कारण रहते हैं। यदि बच्चे अपने परिवार के बुजुर्गों का सम्मान करें, तो फिर समाज में वृद्धाश्रमों की जरूरत ही नहीं रहेगी। चूंकि दक्षायनी के परिवार में बुजुर्गों का सम्मान होता रहा है, इसलिए उसने वृद्धाश्रम आकर अपना जन्मदिन मनाया। खंडेलवाल ने बताया कि दक्षायनी अजमेर के राजस्व मंडल के वरिष्ठ वकील भगवती सिंह बारहठ की पुत्री है। कोटड़ा में चल रहे वृद्धाश्रम के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9414003357 पर अध्यक्ष खंडेलवाल से ली जा सकती है।
S.P.MITTAL BLOGGER (25-11-2024)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9166157932To Contact- 9829071511