बांग्लादेश में पुजारी चिन्मय दास को अपने बचाव के लिए वकील नहीं मिला, जबकि भारत में आतंकी कसाब के लिए पैरवी करने वालों की होड़ मची हुई थी। धर्मनिरपेक्षता के इस असली चेहरे का समझने की जरूरत है। जयपुर में साधु संतों के प्रदर्शन।
अगस्त माह में पड़ोसी देश बांग्लादेश में जब शेख हसीना की सरकार का तख्तापलट हुआ, तब से हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं। हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में इस्कॉन मंदिर के पुजारी चिन्मय कृष्णदास ने आवाज उठाई। बांग्लादेश की पुलिस ने चिन्मय दास को ही देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। लेकिन अब अपने बचाव के लिए चिन्मय दास को बांग्लादेश में कोई वकील नहीं मिल रहा है। कट्टरपंथियों ने चिन्मय के एक वकील की हत्या कर दी, जबकि दूसरे को गंभीर रूप से जख्मी किया। कट्टरपंथियों के खौफ की वजह से कोई वकील चिन्मदास की पैरवी करने को तैयार नहीं है। 3 दिसंबर को कोई वकील नहीं होने के कारण चटगांव की अदालत ने 2 जनवरी तक के लिए चिन्मदास को जेल भेज दिया। यानी निर्दोष चिन्मय दास की जमानत तक नहीं हो पा रही है। एक और बांग्लादेश में पुजारी चिन्मय दास को वकील नहीं मिल रहा है, तो वहीं भारत में 26/11 के मुंबई हमले के आतंकी मोहम्मद कसाब की पैरवी करने के लिए वकीलों में होड़ मच गई थी। भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था में आतंकी कसाब के बचाव के लिए जो कुछ भी प्रावधान थे, उन सबका उपयोग किया गया, जबकि यह जग जाहिर था कि मोहम्मद कसाब भी अपने अन्य साथियों के साथ पाकिस्तान से हमला करने के लिए मुंबई आया था। लोकतंत्र में धर्मनिरपेक्षता की दुहाई देने वालों को अब धर्मनिरपेक्षता के असली चेहरे को समझना चाहिए। सवाल उठता है कि आखिर बांग्लादेश में चिन्मय दास को वकील क्यों नहीं मिल रहा है। यह वही बांग्लादेश है जिसे भारत की सेना ने पाकिस्तान के चंगुल से मुक्त कराया था। क्या चिन्मय दास हिंदू है, इसलिए बांग्लादेश में वकील उपलब्ध नहीं हो रहा?
जयपुर में प्रदर्शन:
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में चार दिसंबर को राजस्थान के जयपुर में साधु संतों के साथ हिंदू समुदाय ने बड़ा प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना रहा कि बांग्लादेश में कट्टरपंथी मुसलमानों द्वारा हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार नहीं रुके तो भारत में रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी। लोगों ने सरकार से भी मांग की कि बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर निकाला जाए।
S.P.MITTAL BLOGGER (04-12-2024)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9166157932To Contact- 9829071511