आंखों देखा महाकुंभ-भाग एक ऐसा धार्मिक योग और ऐसी व्यवस्थाएं फिर नहीं मिलेंगी। जो सनातनी महाकुंभ में जाने का विचार कर रहे हैं उन्हें जाना ही चाहिए। 144 साल में होने वाले महाकुंभ में थोड़ी परेशानी तो होगी ही। लेकिन आप इतिहास पुरुष बन जाएंगे। मौजूदा राजतंत्र की वजह से सनातन के प्रति लोगों का विश्वास और बढ़ा-शंकराचार्य स्वामी प्रज्ञानानंद जी महाराज। अजमेर निवासी और उत्तर प्रदेश के प्रभावशाली पत्रकार सचिन मुदगल का आभार। अजमेर वासियों को कुंभ स्नान के लिए सांसद चौधरी पहल करे।
मैं और मेरी पत्नी अचला मित्तल ने भी 25 जनवरी को एकादशी पर प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती (अदृश्य) नदियों के संगम स्थल पर स्नान किया। सनातन धर्म के विद्वानों का मानना है कि 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी के बीच जो धार्मिक संयोग बना है उसे ही महाकुंभ की संज्ञा दी गई है। हमारे वेद पुराणों में महाकुंभ का जो महत्व बताया गया है उसके अनुसार यह अवसर 144 वर्ष बाद आता है। यानी 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 के बीच जो लोग तीन नदियों के संगम स्थल पर स्नान करेंगे वह इतिहास पुरुष बन जाएंगे। मैंने पत्नी के साथ जो स्नान किया, उसका विवरण तो आगे के ब्लॉगों में भी दूंगा, लेकिन अभी यह कहना चाहता हूं कि जो सनातन महाकुंभ में जाने का विचार कर रहे है उन्हें हर हाल में जाना ही चाहिए। किसी फल की चिंता किए बगैर त्रिवेणी के संगम पर स्नान तो करना ही चाहिए। कुछ लोग परेशानी के डर की वजह से महाकुंभ में जाने से हिचक रहे हैं। मैं महाकुंभ में स्नान कर आया हूं इसलिए कहना चाहता हूं कि इतिहास पुरुष बनने के लिए थोड़ी तो परेशानी होगी ही, लेकिन मेरा कहना है कि ऐसा धार्मिक संयोग और ऐसी व्यवस्थाएं फिर कभी देखने को नहीं मिलेंगी। एक अनुमान के अनुसार 26 जनवरी तक 12 करोड़ श्रद्धालुओं ने प्रयागराज में डुबकी लगाई है। उम्मीद है कि 26 फरवरी तक चालीस करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगाएंगे। यानी 70 सनातनी डुबकी नहीं लगा पाएंगे। जिन लोगों ने दृढ़ निश्चय कर लिया है, वे चालीस करोड़ में शामिल है। विचार करने वाले सनातनी 70 करोड़ में शामिल है। चूंकि भगवान शिव की कृपा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बनी है हुई है, इसलिए सौ करोड़ सनातनी भी प्रयागराज आएंगे तो कोई परेशानी नहीं होगी। महाकुंभ को लेकर कुछ भ्रांतियां भी फैलाई जा रही है, लेकिन मेरा अनुभव रहा कि थोड़ी परेशानी के बाद भगवान शिव से आत्मसात होने का अवसर मिल ही जाता है। मैं 16 श्रद्धालुओं के समूह के साथ महाकुंभ में गया था। लखनऊ से हमने जो 17 सीटर वाहन किया उसे हम महाकुंभ के सेक्टर 5 स्थित रामानंदाचार्य मार्ग स्थित श्री शंकराचार्य अध्यात्म विद्या सेवा संस्ािानम तक ले गए। संस्थानम के प्रमुख और ब्रह्मलीन जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के शिष्य स्वामी प्रज्ञानानंद महाराज ने कहा कि आप भले ही अपने मोटर वाहन को यहां तक ले आए हो, लेकिन अब मेरी सलाह है कि त्रिवेणी संगम तक पैदल चले और श्रद्धालुओं की भीड़ से गुजर कर ही स्नान करे। इस संस्थान से त्रिवेणी संगम की दूरी करीब चार किलोमीटर है। हमने आदेश माना और 25 जनवरी को सुबह चार बजे स्नान के लिए पैदल चले। लेकिन त्रिवेणी संगम से 2 किलोमीटर पहले ही पैदल चलना भी मुश्किल हो गया। एक बार तो ऐसा लगा कि भगदड़ मच सकती है, लेकिन थोड़ी देर में भीड़ चलने की स्थिति में आ गई, लेकिन हमारा 16 श्रद्धालुओं का समूह दो भागों में बंट गया। स्नान के बाद पहनने वाले परिधान और पूजा की सामग्री एक दूसरे समूह के पास चली गई। थोड़ी परेशानी के बाद समूह के सभी सदस्य विशाल त्रिवेणी संगम पर मिल गए। यह जरूरी नहीं कि सभी श्रद्धालु त्रिवेणी संगम पर ही डुबकी लगाए। लाखों श्रद्धालु ऐसे थे जो गंगा नदी पर बने दूसरे घाटों पर बहुत आसानी से स्नान कर रहे थे। त्रिवेणी संगम पर डुबकी लगाने के बाद समूह के सभी सदस्यों के चेहरे पर इतिहास पुरुष बनने का गर्व देखा गया। यानी थोड़ी परेशानी के बाद स्नान हो ही गया।
सनातन के प्रति विश्वास बढ़ा:
महाकुंभ में 25 जनवरी की रात को मुझे शंकराचार्य स्वामी प्रज्ञानानंद सरस्वती से संवाद करने और आशीर्वाद लेने का अवसर भी मिला। स्वामीजी ने कहा कि हम 600 वर्षों की मुगलों और 200 वर्षों की अंग्रेजों की गुलामी के दौर से भी गुजरे। तब सनातन धर्म को कुचलने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई। आजादी के बाद पचास वषों तक सनातनियों की भावनाओं को दबाए रखा गया, लेकिन मौजूदा राजतंत्र के सनातन के प्रति जो आस्था प्रकट की उसी की वजह से सनातनियों का अपने धर्म के प्रति और विश्वास बढ़ा है। इस विश्वास के कारण ही महाकुंभ में श्रद्धालुओं की इतनी भीड़ है। कोई 13 किलोमीटर क्षेत्र में फैले धार्मिक संस्थानों, साधु संतों के अखाड़ों से जाहिर है कि इन दिनों सनातन धर्म का कितना बोलबाला है। स्वामी जी ने बताया कि सरकार की ओर से हजारों धार्मिक संस्थानों को मेला क्षेत्र में नि:शुल्क भूमि और पंडाल बना कर दिया गया है। इतना ही श्रद्धालुओं के लिए 24 घंटे बिजली, पानी मुफ्त में उपलब्ध करवाया जा रहा है। श्रद्धालुओं को सभी सुविधाएं नि:शुल्क उपलब्ध हो रही है। हालांकि कुछ कारोबारी भी सक्रिय हो गए हैं। लेकिन धार्मिक संस्थानों में कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा। स्वामी जी ने बताया कि महाकुंभ शुरू होने से पहले उनकी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से अध्यात्म और महाकुंभ की व्यवस्था को लेकर चर्चा हुई थी।
सचिन का आभार:
महाकुंभ से लेकर अयोध्या में रामलला के दर्शन और फिर वाराणसी में काशी विश्वनाथ की पूजा अर्चना तक की धार्मिक यात्रा को सफल बनाने में उत्तर प्रदेश के प्रभावशाली पत्रकार सचिन मुदगल की महत्वपूर्ण भूमिका रही। सचिन अजमेर के ही निवासी है और मुझे यह लिखने में गर्व की अनुभूति हो रही है कि सचिन को पत्रकारिता की कलम 25 वर्ष पहले मैंने ही थमायी थी। अनेक अखबारों में काम करने के बाद सचिन मुदगल ने उत्तर प्रदेश की पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना दबदबा कायम किया है। यह माना कि किसी भी पत्रकार के पीछे संस्थान की ताकत भी होती है, लेकिन संस्थान की ताकत के साथ साथ पत्राकर का व्यवहार और उसकी बुद्धिमता की भी भूमिका होती है। मैं आभारी हूं कि सचिन मुदगल ने मेरी इस धार्मिक यात्रा को बहुत सरल और सुगम बनाया। सचिन के सहयोग और प्रभाव के बारे में आगे के ब्लॉग में और जानकारी दूंगा।
सांसद चौधरी पहल करे:
कुंभ मेला क्षेत्र में भ्रमण के दौरान मुझे यह भी देखने को मिला कि अनेक सांसद विधायकों ने अपने क्षेत्रों के लोगों को कुंभ स्नान की व्यवस्थाएं की है। अजमेर के सांसद और केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री भागीरथ चौधरी को भी चाहिए कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को कुंभ स्नान करवाए। इसके लिए श्रद्धालुओं को प्रयागराज भेजा जा सकता है। चौधरी राजनीतिक दृष्टि से मजबूत स्थिति में है। उन्हें एक योजना बनाकर क्षेत्र के लोगों को कुंभ स्नान कराना चाहिए।
समूह के सदस्य:
हमारे समूह में एवीवीएनएल के एमडी रहे वीएस भाटी (9829032509), चंदीराम शोरूम के मालिक रमेश चंदीराम (9414008533), समाजसेवी सुभाष काबरा (9829071696), महाकाल मटका कुल्फी के मालिक राजेश मालवीय (9799875519) आदि शामिल रहे। महाकुंभ यात्रा के बारे में और अधिक जानकारी इन सदस्यों से ली जा सकती है।
S.P.MITTAL BLOGGER (27-01-2025)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9166157932To Contact- 9829071511