हजारों बाइकर्स करवा रहे महाकुंभ में गंगा स्नान। अखिलेश यादव के दुष्प्रचार के बाद भी चार करोड़ सनातनियों ने महाकुंभ में माघ पूर्णिमा का स्नान किया।

12 फरवरी को प्रयागराज में महाकुंभ में चार करोड़ सनातनियों ने माघ पूर्णिमा का स्नान किया। इतने सनातनी तब एकत्रित हुए जब समाजवादी के प्रमुख अखिलेश यादव महाकुंभ की व्यवस्थाओं को लेकर लगातार दुष्प्रचार कर रहे हैं। अखिलेश का कहना है कि प्रयागराज में व्यवस्थाएं नहीं होने की वजह से श्रद्धालु स्नान किए बगैर ही लौट रहे हैं। जाम की वजह से लाखों लोग प्रयागराज के आसपास ही वाहनों में फंसे हुए हैं। महिलाओं और बच्चों को भारी परेशानी हो रही है। अखिलेश ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रचार प्रसार कर करोडों लोगों को महाकुंभ में बुला तो लिया, लेकिन ठहरने और स्नान करने की उचित व्यवस्था नहीं की। इससे महाकुंभ में आने वाले सनातनी गुस्से में है, लेकिन माघ पूर्णिमा पर चार करोड़ सनातनियों की उपस्थिति बताती है कि अखिलेश यादव के दुष्प्रचार का कोई असर नहीं हुआ है। मालूम हो कि महाकुंभ का समापन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के स्नान के साथ होगा। जैसे जैसे समापन की तिथि निकट आ रही है, वैसे वैसे प्रयागराज में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है। एक साथ करोड़ों श्रद्धालुओं के आने से प्रयागराज के आसपास के मार्गों पर मोटर वाहनों के जाम की स्थिति है, लेकिन हर सनातनी थोड़ी कठिनाई सहन करते हुए महाकुंभ में गंगा स्नान कर पुण्य की प्राप्ति कर रहा है। 

बाइकर्स का सहयोग:
अजमेर से एक समूह के साथ गए रामनगर निवासी और राशन की दुकान संचालित करने वाले अशोक विजयवर्गीय ने बताया कि दस फरवरी को उनकी बस भी प्रयागराज से तीस किलोमीटर पहले जाम में फंस गई। चूंकि बस को तीस किलोमीटर पहले ही रोक दिया गया, इसलिए उन्हें प्रयागराज के गंगा घाट तक पैदल चलने को मजबूर होना पड़ा, लेकिन तभी एक बाइकर आया और उसने एक हजार रुपए की मांग करते हुए गंगा स्नान करवाने का वादा किया। विजयवर्गीय ने बताया कि वह और उनकी पत्नी मोटर साइकिल पर बैठे और गंगा घाट तक पहुंच गए। महाकुंभ में ऐसे हजारों बाइकर्स सक्रिय है जो जाम में फंसे श्रद्धालुओं को गंगा स्नान करवा रहे है। जो श्रद्धालु पैदल चलने में समर्थ है वह पैदल चल कर घाटों तक पहुंच रहे हैं, लेकिन श्रद्धालु पैदल चलने में असमर्थ है वह बाइकर्स की मदद से महाकुंभ का स्नान कर रहे है। विजयवर्गीय ने बताया कि स्नान के बाद वापस एक हजार रुपए देकर मोटर साइकिल पर ही बस तक पहुंचे। लेकिन महाकुंभ के लिए दो हजार रुपया खर्च होने का उन्हें कोई अफसोस नहीं है। जितनी दूर हमने मोटर साइकिल पर सफर किया उसके अनुसार दो हजार रुपए की राशि ज्यादा नहीं है। इतनी भीड़ में मोटर साइकिल को चलाना भी कठिन कार्य है। विजयवर्गीय का मानना रहा कि महाकुंभ की वजह से प्रयागराज क्षेत्र के युवाओं को रोजगार भी मिल रहा है। बाइकर्स द्वारा ली जा रही राशि को विजयवर्गीय किसी प्रकार की लूट नहीं मानते है। उनका मानना है कि इन बाइकर्स की वजह से ही मेरे जैसे श्रद्धालु महाकुंभ का स्नान कर पा रहे है। मोबाइल नंबर 9214865683 पर संस्मरण जाने जा सकते हैं। 

S.P.MITTAL BLOGGER (12-02-2025)
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