आखिर केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री भागीरथ चौधरी ने किशनगढ़ में ही राजस्थान की भाजपा सरकार के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने मिलावटी खाद बनाने वाली फैक्ट्रियों पर ही छापा क्यों मारा? विधानसभा में किशनगढ़ का प्रतिनिधित्व डॉक्टर विकास चौधरी करते है। किशनगढ़ में बनी नकली खाद को राजस्थान सहित हरियाणा, पंजाब, बिहार और उत्तर प्रदेश के किसान खरीद रहे हैं।

राजस्थान के अजमेर संसदीय क्षेत्र के किशनगढ़ में मिलावटी खाद बनाने वाली फैक्ट्रियों पर प्रदेश के कृषि मंत्री डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा ने 29 मई को दिन में जो छापामार कार्यवाही की वह रात को भी जारी रही। मंत्री मीणा ने दिन में उदयपुर कला, टिकवाड़ा और किशनगढ़ के शहरी क्षेत्रों में फैक्ट्रियों में छापेमारी तो रात को पाटन में अजीत जैन की फैक्ट्री पर छापामार कार्यवाही की। मंत्री मीणा ने खुद अपनी आंखों से देखा कि डीएपी यूरिया आदि खाद में मार्बल पत्थर का पाउडर और मिट्टी मिलाई जा रही है। फैक्ट्रियों में काम करने वालों ने माना कि बड़ी मात्रा में मिलावटी खाद को राजस्थान सहित पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश बिहार के किसानों को बेचा जा रहा है। राकेश जैन नाम के फैक्ट्री मालिक ने मंत्री किरोड़ी मीणा के पैर छूते हुए माफी मांगी और वादा किया कि भविष्य में मिलावट का काम नहीं करुंगा। मंत्री मीणा की इस छापामार कार्यवाही से खाद बनाने वाली फैक्ट्रियों में हड़कंप मच गया है। छापामार कार्यवाही के दौरान मीणा ने मीडिया को बताया कि फैक्ट्रियों में मिलावटी खाद बनने की शिकायत मिली थी। मैंने संबंधित अधिकारियों को कार्यवाही करने के निर्देश दिए, लेकिन मेरे निर्देशों की पालना नहीं हुई। इसलिए स्वयं मैंने ही आकस्मिक जांच की कार्यवाही की। मिलावट खाद से जाहिर है कि कुछ प्रभावशाली लोग हमारे अन्नदाता के साथ धोखा कर रहे हैं। एक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि की उर्वरता बढ़ाने के लिए हेल्थ कार्ड बनवा रहे है तो वहीं कुछ लोग अन्नदाता की भूमि की हत्या कर रहे हैं। मेरे कृषि मंत्री रहते किसानों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। राजस्थान के कृषि मंत्री डॉ. मीणा की यह कार्यवाही वाकई सराहनीय है। लेकिन सवाल उठता है कि इस छापेमारी कार्यवाही की शुरुआत केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री भागीरथ चौधरी के संसदीय क्षेत्र अजमेर के किशनगढ़ से ही क्यों की गई? भागीरथ चौधरी का मूल निवास किशनगढ़ में ही है और वे आए दिन किशनगढ़ के आवास पर ही जनसुनवाई करते है। भागीरथ चौधरी सांसद बनने से पहले दो बार किशनगढ़ के विधायक रह चुके हैं। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री के किशनगढ़ में संचालित फैक्ट्रियों में यदि मिलावटी खाद तैयार हो रहा है तो देश की सबसे बड़ी खबर है। सब जानते हैं कि डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा कैबिनेट मंत्री होने के बाद भी सरकार में अपनी भूमिका से संतुष्ट नहीं है। मीणा ने मंत्री पद से इस्तीफा भी दे रखा है7 यह बात अलग है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मीणा का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है। डॉक्टर मीणा इससे पहले अवैध खनन और अवैध बजरी खनन के मामले को भी पुरजोर तरीके से उठा चुके हैं। बहुचर्चित एसआई भर्ती परीक्षा को रद्द करने की मांग मंत्री मीणा की ओर से लगातार की जा रही है। डॉक्टर मीणा की ताजा छापामार कार्यवाही को भाजपा में चल रही आंतरिक खींचतान से भी जोड़कर देखा जा रहा है। यहां खासतौर से उल्लेखनीय है कि विधानसभा में किशनगढ़ का प्रतिनिधित्व कांग्रेस के विधायक डॉ. विकास चौधरी कर रहे है। गत विधानसभा चुनाव से पहले तक विकास चौधरी भाजपा में थे, लेकिन जब भाजपा ने टिकट नहीं दिया तो चौधरी ने कांग्रेस से टिकट हासिल कर चुनाव जीत लिया। 

इन फैक्ट्रियों में हुई कार्यवाही:
अतिशय बायोटेक इंडस्ट्रीज लि, किशनगढ़ कमला बायो ऑर्गेनिक्स, इंडस्ट्रीज लि, किशनगढ़ सिस्टम इंडिया प्राइवेट लि, किशनगढ़  राघव एग्रो इंडस्ट्रीज, किशनगढ़ ट्रॉपिकल एग्रो श्री गोवर्धन एग्रो किशनगढ़, दिव्या एग्रो फर्टिलाइजर इंडस्ट्रीज नालू, किशनगढ़ भूमि एग्रो इंडस्ट्रीज, किशनगढ़ श्रीनाथ एग्रो इंडस्ट्रीज, किशनगढ़ एशिया डोन बायोकेयर, जयपुर वृद्धि जलएग्री टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड, अजमेर की दो अन्य कंपनियां पर कार्यवाही की गई। 

S.P.MITTAL BLOGGER (30-05-2025)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9166157932To Contact- 9829071511

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