कांग्रेस के नेता अशोक गहलोत के दामाद गौतम अश्विन बॉम्बे हाईकोर्ट के जज बने। क्या अशोक गहलोत ब भी न्यायपालिका को मोदी सरकार के दबाव में बताएंगे?
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की उस सिफारिश को स्वीकार कर लिया है, जिसमें मुंबई के युवा वकील गौतम अश्विन अनखड को बॉम्बे हाईकोर्ट का जज बनाने के लिए कहा गया था। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने यह सिफारिश 24 सितंबर 2024 को की थी, लेकिन विस्तृत छानबीन के बाद केंद्र सरकार ने अब वकील कोटे से गौतम अश्विन को जज बनाने की स्वीकृति दी है। मोदी सरकार की यह स्वीकृति इसलिए मायने रखती है कि गौतम अश्विन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दामाद हैं। गहलोत की पुत्री सोनिया का विवाह गौतम अश्विन के साथ हुआ है। गहलोत जब भी मुंबई जाते हैं तो अपनी बेटी के आवास पर ही रुकते हैं। गहलोत कांग्रेस के उन नेताओं में शामिल हैं जो अकसर आरोप लगाते हैं कि देश की न्यायपालिका भी मोदी सरकार के दबाव में काम कर रही है। श्रीमती सोनिया गांधी, राहुल गांधी के विरुद्ध नेशनल हेराल्ड प्रकरण में प्रसंज्ञान लेने के मामले भी गहलोत ने न्यायपालिका की निष्पक्षता से सवाल उठाए हैं। गहलोत जब राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे, तब कई मौकों पर सुप्रीम कोर्ट के जजों की उपस्थिति में भी गहलोत ने न्यायपालिका के दबाव की बात कह। देखना होगा कि अब जब दामाद गौतम अश्विन बॉम्बे हाईकोर्ट के जज बन गए हैं, तब न्यायपालिका के बारे में अशोक गहलोत की क्या राय सामने आती है। गहलोत जिस मोदी सरकार पर दबाव डालने का आरोप लगाते रहे, उसी मोदी सरकार ने गहलोत के दामाद को हाईकोर्ट का जज बनाने की स्वीकृति दी है।
S.P.MITTAL BLOGGER (05-07-2025)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9166157932To Contact- 9829071511