मकानों को होटल मानकर सीज करने से अजमेर दरगाह के खादिमों में रोष। जायरीन को मेहमान मानकर ठहराने को घरेलू पर्यटन को बढ़ावा। जुमे की नमाज से पहले ईद मिलादुन्नबी का जुलूस संपन्न होगा। ड्रोन से निगरानी भी।

अजमेर में ख्वाजा साहब की दरगाह के आसपास के क्षेत्रों में बने मकानों को होटल मानकर सीज करने पर दरगाह के खादिम समुदाय ने नाराजगी प्रकट की है। 1 सितंबर को नगर निगम के आयुक्त को दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि निगम प्रशासन ने हाल ही में जो सर्वे करवाया है वह भेदभावपूर्ण है। इस सर्वे के बाद दरगाह क्षेत्र के मकानों को सीज करने की कार्यवाही शुरू की गई है। पांच सौ से भी ज्यादा लोगों को नोटिस देकर कहा गया है कि उनके मकान होटल के रूप में इस्तेमाल हो रहे है। जबकि नगर निगम से आवासीय नक्शा स्वीकृत है। यानी मकानों में होटल चल रही है। दरगाह क्षेत्र के पार्षद अमान चिश्ती, सैयद मुस्तफा चिश्ती, बाबर चिश्ती, फकीर चिश्ती, अनवर मुजाहिद काजमी, जावेद चिश्ती, सुल्तान अली, बकार जमाली आदि ने बताया कि दरगाह के आसपास अधिकांश मकान दरगाह के खादिमों के है। बरसों से यह परंपरा चली आ रही है कि दरगाह में जियारत के लिए आने वाले जायरीन को घर का मेहमान मानकर खादिम अपने घरों में ही ठहराते हैं। अधिकांश खादिमों के मकानों में ही जायरीनों को भोजन आदि की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाती है। इस परंपरा के अंतर्गत ही आने वाले मेहमानों का रिकॉर्ड रखने की बात सामने आई तो अनेक खादिमों ने गेस्ट हाउस का लाइसेंस ले लिया। मकान नुमा गेस्ट हाउस में जायरीन को बरसों से ठहराया जा रहा है, लेकिन अब नगर निगम ने मकान नुमा गेस्ट हाउस को होटल मान लिया है और कमर्शियल गतिविधि के नाम पर सीज किया जा रहा है। दरगाह से जुड़े खादिमों ने कहा कि खादिम समुदाय तो घरेलू पर्यटन को बढ़ावा दे रहा है। उत्तराखंड सरकार ने घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ही पहाड़ी क्षेत्र के लोगों को अपने मकान होमस्टे में बदलने के लिए आर्थिक सहायता दी है। अब बड़ी संख्या में पर्यटक इन्हीं होमस्टे में ठहरते हैं। एक ओर उत्तराखंड में होम स्टे योजना को बढ़ावा दिया जा रहा है तो दूसरी ओर अजमेर में खादिमों के मकानों को सीज किया जा रहा है। खादिम समुदाय ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मांग की है कि अजमेर में मकानों को सीज करने की कार्यवाही पर तुरंत रोक लगाई जाए। नगर निगम की सीजिंग की कार्यवाही के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9828368942 पर पार्षद अमान चिश्ती से ली जा सकती है। 

ड्रोन से होगी निगरानी:
प्रतिवर्ष की तरह इस बार ईद मिलादुन्नबी का जुलूस पांच सितंबर को अजमेर में निकाला जाएगा। जुलूस की आयोजक संस्था सूफी इंटरनेशनल के सचिव नवाब हिदायतुल्ला ने बताया कि जुलूस प्रातः 9 बजे ढाई दिन के झोपड़े से रवाना होकर ऋषि घाटी बाईपास पहुंचेगा। 10 बजे ख्वाजा साहब की दरगाह के बाहर जुलूस का भव्य स्वागत होगा। चूंकि पांच सितंबर को शुक्रवार है, इसलिए जुमे की नमाज  से पहले जुलूस का समापन हो जाएगा। जुलूस के सभी धार्मिक कार्यक्रम दोपहर 12:30 बजे से पहले संपन्न करा लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जुलूस के दौरान करीब डेढ़ हजार कार्यकर्ता विभिन्न इंतजामों को संभालेंगे। जुलूस की निगरानी ड्रोन के माध्यम से की जाएगी। जुलूस मार्ग पर कोई गंदगी न हो इसके लिए सफाई के विशेष इंतजाम किए गए हैं। जुलूस में डीजे का भी उपयोग नहीं होगा। जुलूस को कौमी एकता की भावना से निकाला जाएगा। कांग्रेस के साथ साथ भाजपा के नेताओं को भी जुलूस में शामिल होने का निमंत्रण दिया गया है। जुलूस में ख्वाजा साहब की दरगाह से जुड़ी संस्थाओं के प्रतिनिधि भी भाग लेंगे। जुलूस की व्यवस्थाओं के बारे में और अधिक जानकारी मोबाइल नंबर 9214003786 पर नवाब हिदायतुल्ला से ली जा सकती है। 
S.P.MITTAL BLOGGER (02-09-2025)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9166157932To Contact- 9829071511

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