अजमेर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भाग-1 अजमेर में पहली बार 1941 में गंज में शुरू हुई संघ की शाखा। तब कार्यकर्ताओं को एकत्रित करना आसान नहीं था।

भारत में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शुरुआत डॉ. केशव राव बलीराम हेडगेवार ने नागपुर में 1925 में की थी। इसी के बाद देश भर में संघ का विस्तार हुआ। अब जब संघ की स्थापना के सौ वर्ष पूरे हो रहे हैं, तब देश भर में संघ की गतिविधियों का आकलन भी हो रहा है। इसके अंतर्गत अजमेर में भी संघ की गतिविधियों का संकलन किया गया है। संघ के पुराने स्वयं सेवकों और दिवंगत स्वयं सेवकों के परिजन से जो जानकारी जुटाई गई उसके अनुसार विश्वनाथ लिमये अजमेर में संघ के प्रथम प्रचारक के रूप में सामने आए हैं। यह वह समय था, जब अजमेर में आर्य समाज की गतिविधियां अच्छी थी। तब चांद करण शारदा आर्य समाज की गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। तभी डॉ. हेडगेवार ने एक पत्र चांदकरण शारदा को लिखा और विश्वनाथ लिमये के आवास आदि की व्यवस्था करवाने का आग्रह किया। डॉ. हेडगेवार के आग्रह पर शारदा ने लिमये के रहने और भोजन आदि की व्यवस्था की। इसके बाद लिमये ने जगह-जगह भ्रमण किया और संघ के स्वयंसेवकों को तलाशने का काम शुरू किया। तभी उन्होंने देखा कि अजमेर के गंज (कुत्ता शाला) के पास चंद्र कुंड के खुले मैदान पर कुछ बच्चे खेलते हैं। रोज आने वाले बच्चों से लिमेय ने मित्रता की। धीरे-धीरे बच्चों को स्वस्थ रहने के लिए खेलकूद सिखाने का काम किया। थोड़े ही दिनों में अनेक बच्चे नियमित आने लगे और तभी अजमेर के चंद्र कुंड में संघ की प्रथम शाखा की शुरुआत हुई। उस समय रामचरण (लालाजी), छगनलाल बंसल, किशन भैयाजी, शिवनारायण मेहरा (शिब्बन जी), द्वारका दास अग्रवाल (डीडी भाई), चिरंजीलाल गर्ग (वकील साहब), मोतीचंद बैरी, संतोष सिंह मेहता (वकील), प्यारेलाल गुप्ता आदि युवा संघ की शाखा में नियमित आते रहे। हालांकि अब जब संघ अपने सौ वर्ष पूरे कर रहा है, तब अजमेर में इन प्रथम स्वयं सेवकों में से कोई भी जीवित नहीं है। लेकिन आज अजमेर के हजारों स्वयं सेवकों को अपने प्रथम स्वयं सेवकों पर गर्व है कि अजमेर के अनेक प्रथम स्वयं सेवकों के परिवारों के सदस्य आज भी संघ की गतिविधियों से जुड़े हुए हैं। अजमेर में 1941 में संघ का कार्य तब शुरू हुआ, जब कार्यकर्ताओं को एकत्रित करना आसान नहीं था, लेकिन विश्वनाथ लिमये जैसे प्रचारक के मन में देश को आजाद कराने की ललक थी, इसलिए अकेले दम पर युवाओं का एक संगठन खड़ा किया जो बाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में बदल गया। संघ के प्रथम स्वयं सेवक और बाद में संघ के विस्तार में सक्रिय भूमिका निभाने वाले स्वयंसेवकों के बारे में आगे की किस्तों में विस्तृत जानकारी दी जाएगी। 

S.P.MITTAL BLOGGER (29-09-2025)
Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9166157932To Contact- 9829071511

Print Friendly, PDF & Email

You may also like...