भाजपा बोर्ड वाले अजमेर नगर निगम में अब मुख्यमंत्री को ही दखल देना होगा। पांचवें दिन भी नहीं हो सका घरों से कचरे का संग्रहण।

29 सितंबर को लगातार पांचवें दिन भी अजमेर शहर में घरों से कचरे का संग्रहण नहीं हो सका है। कचरा संग्रहण के ठेकेदारों का आरोप है कि नगर निगम प्रशासन ने ठेका कर्मी का भुगतान नहीं किया है। ठेकेदार की हड़ताल को खत्म करवाने के लिए 27 सितंबर को शहर के भाजपा विधायक और विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने दखल दिया था, लेकिन देवनानी के दखल के बाद भी ठेकेदार ने कचरा संग्रहण का कार्य शुरू नहीं किया। असल में ठेकेदार को भाजपा के ही एक प्रभावशाली नेता का संरक्षण है, इसलिए ठेकेदार किसी की भी नहीं सुन रहा। ऐसे में अब अजमेर नगर निगम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को ही दखल देना पड़ेगा। पांच दिन से शहर भर से कचरा एकत्रित नहीं होने से जगह जगह गंदगी के ढेर लग गए हैं। त्यौंहारी सीजन में जब घरों से भी कचरा ज्यादा निकल रहा है, तब कचरे का संग्रहण न होना लोगों की परेशानी को और बढ़ा रहा है। निगम के अधिकारियों का कहना है कि नियमों के अनुरूप भुगतान किया गया है, लेकिन ठेकेदार अपनी मनमर्जी कर रहा है। इसे अधिकारियों की लाचारी ही कहा जाएगा कि प्रभावशाली नेता के संरक्षण के कारण ठेकेदार के खिलाफ बड़ी कार्यवाही नहीं हो रही है। चूंकि सफाई के ठेका कार्यों में जबरदस्त भ्रष्टाचार है, इसलिए इस मुद्दे पर कांग्रेस के पार्षद भी चुप हैं। पांच दिनों से कचरे का संग्रहण नहीं होने से सत्तारूढ़ भाजपा की छवि भी खराब हो रही है। भाजपा शहर जिला अध्यक्ष रमेश सोनी खुद भी पार्षद है, लेकिन फिर भी संगठन स्तर पर हड़ताल को तुड़वाने का प्रयास नहीं हो रहा है। नगर निगम से लेकर केंद्र तक भाजपा का शासन है, लेकिन फिर भी एक ठेकेदार को नियंत्रित नहीं किया जा रहा है। पांच दिनों से कचरा एकत्रित न होने से आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

S.P.MITTAL BLOGGER (29-09-2025)
Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9166157932To Contact- 9829071511

Print Friendly, PDF & Email

You may also like...