गहलोत की चुनौती के बाद भजन सरकार को 7 लाख करोड़ के निवेश की सूची सार्वजनिक करनी चाहिए। तभी मुंह तोड़ जवाब मिल सकेगा। यह अमित शाह के कथन की बात भी है।

13 अक्टूबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जयपुर में तीन नए आपराधिक कानूनों पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर राजस्थान के विकास की भी चर्चा करते हुए शाह ने कहा कि निवेश के लिए जो 35 लाख करोड़ के अनुबंध हुए थे, उनमें से 7 लाख करोड़ के निवेश को ग्राउंड ब्रेकिंग कर दिया है। यानी 7 लाख करोड़ के निवेश के कार्यों की क्रियान्विति शुरू हो गई है। यानी संबंधित कंपनियों से अंतिम अनुबंध कर जमीन का आवंटन तथा कंपनियों ने जिन पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। इसके लिए अमित शाह ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की प्रशंसा भी की। शाह ने पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत का नाम लेकर कहा कि वे भी हमारे निवेश को देख सकते हैं। अमित शाह के कथन के बाद 13 अक्टूबर को ही पूर्व सीएम गहलोत ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से आग्रह किया कि वे 7 लाख करोड़ रुपए के निवेश की सूची सार्वजनिक करें। गहलोत ने कहा कि गत विधानसभा सत्र में जब इस मुद्दे पर सवाल लगाया गया तो सरकार की ओर से जवाब आया और न ही सरकार ने आरटीआई में कोई जवाब दिया है। चूंकि अब केंद्रीय गृह मंत्री ने 7 लाख करोड़ रुपए निवेश का दावा किया है तो सरकार को संबंधित निवेशकों की सूची सार्वजनिक करनी चाहिए। इसमें कोई दो राय नहीं कि भजनलाल शर्मा ने अपनी सरकार के पहले ही वर्ष में राइजिंग राजस्थान समिट कर निवेश के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किया। इसी समिट में 35 लाख करोड़ के अनुबंध (एमओयू) होने का दावा किया गया था। अब यदि 35 में से 7 लाख करोड़ के निवेश जमीन पर उतर आए हैं तो सरकार को निवेशकों की सूची सार्वजनिक करनी चाहिए। इसे अन्य निवेशकों को भी प्रेरणा मिलेगी। चूंकि इस बार यह दावा अमित शाह की ओर से किया गया है, इसलिए भी सरकार को पारदर्शिता दिखानी चाहिए। यदि सरकार सूची सार्वजनिक नहीं करती है तो फिर अमित शाह के दावे पर भी सवाल उठेगा। 
S.P.MITTAL BLOGGER (14-10-2025)Website- www.spmittal.inFacebook Page- www.facebook.com/SPMittalblogFollow me on Twitter- https://twitter.com/spmittalblogger?s=11Blog- spmittal.blogspot.comTo Add in WhatsApp Group- 9166157932To Contact- 9829071511

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