भीलवाड़ा के बृजेश बांगड़ मेमोरियल अस्पताल के मालिकों पर अब तक कार्यवाही क्यों नहीं?
भीलवाड़ा के बृजेश बांगड़ मेमोरियल अस्पताल के मालिकों पर अब तक कार्यवाही क्यों नहीं?
अस्पताल की मालिक कंपनी के एक सदस्य ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ वाला फोटो फेसबुक पर लगा रखा है। यह सदस्य लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का दामाद भी है।
अस्पताल से संबंध रखने वाले कंचन समूह के मालिक लादूराम बांगड़ विधायक रामलाल जाट के साथ कांग्रेस में भी सक्रिय रहे।
राजस्थान को कोरोना वायरस के थर्ड स्टेज के मुहाने पर खड़ा करने वाला भीलवाड़ा के बहुचर्चित बृजेश बांगड़ मेमोरियल अस्पताल में 21 मार्च को विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम भी पहुंच गई है। राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के निदेशक केके शर्मा भी दिन भर इस अस्पताल में मौजूद रहे। इस अस्पताल की वजह से ही भीलवाड़ा में जनता कफ्र्यू लगा हुआ है तथा पूरा राजस्थान कोरोना वायरस के थर्ड स्टेज के दरवाजे पर आकर खड़ा हो गया है। इसी अस्पताल की वजह से अब 11 व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं तथा 35 व्यक्तियों को आईसोलेटेट किया गया है। इतना नहीं अस्पताल में करीब 253 चिकित्सा कर्मियों के साथ भीलवाड़ा व प्रदेश के अन्य शहरों के 7 हजार मरीजों की जांच भी की जा रही है। इसी प्रकार 75 हजार घरों में भी जांच पड़ताल करने का निर्णय लिया गया है। इसे अस्पताल के मालिकों की लापरवाही ही माना जाएगा कि कोरोना वायरस से संक्रमित दो डॉक्टर अस्पताल में लगातार काम करते रहे। गंभीर बात तो यह है कि डॉक्टरों को संक्रमण होने की जानकारी मिलने के बाद भी मालिकों ने अस्पताल को बंद नहीं किया। अब तक जांच पड़ताल में पता चला है कि अस्पताल के डॉक्टर नियाज को कोरोना वायरस के लक्षण को देखते हुए 12 मार्च को जयपुर के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती करवाया गया। 15 मार्च को डॉ. नियाज को कोरोना का संक्रमित घोषित कर दिया गया। यानि 12 मार्च तक डॉ. नियाज अस्पताल में मरीजों का इलाज कर रहे थे। डॉ. नियाज के संक्रमण का कारण साऊदी अरब से मेहमानों का आना रहा। इसी प्रकार एक अन्य डॉक्टर आलोक मित्तल भी कोरोना वायरस के संक्रमित पाए गए है। आरोप है कि डॉ. मित्तल ने भी बड़ी संख्या में मरीजों का इलाज किया। सवाल उठता है कि अपने चिकित्सकों के कार्य को लेकर अस्पताल के मालिकों ने लापरवाही क्यों बरती? ऐसी अनदेखी और लापरवाही के कारण ही लखनऊ पुलिस ने बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है, लेकिन इधर राजस्थान में दोषी अस्पताल के मालिकों के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। क्या प्रशासन और पुलिस किसी राजनीतिक दबाव में है? अंदाजा लगाया जा सकता है कि अस्पताल की वजह से कितना खतरा उत्पन्न हो गया है। एक शहर में एक साथ 11 जनों के संक्रमित हो जाने से हालात बेकाबू हैं। इस अस्पताल में भीलवाड़ा के बाहर से भी लोग आकर इलाज करवाते हैं। ऐसे में संबंङ्क्षधत शहरों में भी खतरा उत्पन्न हो गया है। चिकित्सा विभाग अब उन सभी मरीजों से सम्पर्क कर रहा है जिन्होंने पिछले दिनों भीलवाड़ा के इस अस्पताल में अपना इलाज करवाया। अब तक करीब सात हजार लोगों की पहचान की गई है।
प्रधानमंत्री के साथ फोटो:
बृजेश बांगड़ मेमोरियल अस्पताल का संचालन भीलवाड़ा का कंचन समूह करता है। इस समूह का प्रबंधन लादूराम बांगड़ और उनके भाई गोपाल बांगड़ करते हैं। गोपाल बांगड़ के पुत्र रितेश बांगड़ ने अपनी फेसबुक पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ वाला फोटो लगा रखा है। इस फोटो में प्रधानमंत्री के साथ लोकसभा अध्यक्ष व कोटा के भाजपा सांसद ओम बिरला भी नजर आ रहे हैं। असल में रितेश का विवाह बिरला की पुत्री रीटा के साथ हुआ है। कंचन समूह भीलवाड़ा में कपड़ा प्रोसेसिंग का काम बड़े पैमाने पर करता है। कंचन समूह के कारखानों में तैयार कपड़ा ही देश की बड़ी कंपनियों में सप्लाई होता है। माना जाता है कि कंचन समूह कोई दो हजार करोड़ रुपए का कारोबारी है।
कांग्रेस में भी सक्रियता:
कंचन समूह के मालिक लादूराम बांगड़ विधायक रामलाल जाट के साथ कांग्रेस में भी सक्रिय रहे हैं। समूह के अनेक समारोह में कांगे्रस विधायक जाट बढ़चढ़ कर भाग लेते रहे हैं। चूंकि कंचन समूह का राजनेताओं से सीधा जुड़ाव है, इसलिए भीलवाड़ा में इस समूह और उससे जुड़ी संस्थाओं का भी तगड़ा रौब रुतबा है।
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